धनबाद: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SNMMCH) से चोरी हुए नवजात शिशु को धनबाद पुलिस ने महज कुछ ही दिनों के भीतर सकुशल बरामद कर लिया है। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक महिला समेत कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह पूरा मामला पैसों के लालच में एक मां की गोद उजाड़कर दूसरी महिला की गोद भरने की आपराधिक साजिश से जुड़ा हुआ है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देश पर डीएसपी (विधि-व्यवस्था) के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया। लगातार तकनीकी और मानवीय इनपुट के आधार पर की गई जांच में पुलिस ने पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।
अस्पताल कर्मी और दलाल निकले साजिशकर्ता
पुलिस अनुसंधान में यह बात सामने आई कि भूली ओपी क्षेत्र की रहने वाली अभिलाषा सिंह अपने पति कौशल कुमार सिंह के साथ निःसंतान मामी राजकुमारी देवी के लिए एक लड़का गोद दिलाने की कोशिश कर रही थी। इसी उद्देश्य से 18 दिसंबर को अभिलाषा SNMMCH पहुंची थी और वहां अस्पताल कर्मियों व नर्सों से संपर्क साधा।
इसी दौरान उसकी मुलाकात अस्पताल कर्मी इश्तियाक अंसारी और दलाल की भूमिका निभाने वाले हसिमुद्दीन अंसारी से हुई। दोनों ने नवजात बच्चे की व्यवस्था कराने का भरोसा दिया और इसके एवज में मोटी रकम की मांग की। बातचीत के बाद सौदा तीन लाख रुपये में तय हुआ।
डिजिटल और चेक से हुआ लेन-देन
सौदे के तहत अभिलाषा के पति कौशल कुमार सिंह ने इश्तियाक अंसारी को फोनपे के जरिए 80 हजार रुपये ट्रांसफर किए, जबकि हसिमुद्दीन अंसारी को 70 हजार रुपये का चेक दिया गया। शेष राशि बाद में देने की बात तय हुई थी। इसी बीच 27 दिसंबर की रात SNMMCH के गायनी वार्ड से एक नवजात की चोरी कर ली गई।
सकुशल बरामद हुआ नवजात
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों इश्तियाक अंसारी, हसिमुद्दीन अंसारी, कौशल कुमार सिंह और उसकी पत्नी अभिलाषा सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से चोरी में प्रयुक्त सफेद रंग की स्विफ्ट कार (नंबर JH10AG-1661), एसबीआई का 70 हजार रुपये का चेक और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया।
सबसे राहत की बात यह रही कि चोरी किया गया नवजात पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ अवस्था में बरामद हुआ। सोमवार को पुलिस ने बच्चे को उसके वास्तविक माता-पिता को सौंप दिया।
पीड़ित परिवार को मिला न्याय
गौरतलब है कि चोरी हुआ नवजात मनियाडीह थाना क्षेत्र के भेलवे गांव निवासी सरिता देवी का पुत्र है, जो SNMMCH के गायनी वार्ड में भर्ती थी। 27 दिसंबर की रात अचानक बच्चा गायब हो गया था, जिससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया था।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोग तो नहीं हैं। इस घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था और आंतरिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।














