मॉस्को/कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंचता नजर आ रहा है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सोमवार को गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि यूक्रेन ने सेंट पीटर्सबर्ग के बीच स्थित रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आधिकारिक आवास (नोवो-ओगारयोवो) को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर ड्रोन हमला करने की कोशिश की। लावरोव ने इसे प्रायोजित आतंकवाद बताते हुए धमकी दी कि रूस इसका जवाब देगा। उन्होंने कहा कि रूस ने जवाबी हमले के लिए पहले ही समय और सुविधाएं तय कर ली हैं।
वही, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने इस दावे को रूस की ओर से पूरी तरह से मनगढ़ंत बताकर तुरंत खारिज कर दिया। जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘रूस फिर से वही कर रहा है- राष्ट्रपति ट्रम्प की टीम के साथ हमारे साझा राजनयिक प्रयासों से मिली सभी उपलब्धियों को कमजोर करने के लिए खतरनाक बयानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यूक्रेन कूटनीति को कमजोर करने वाले कदम नहीं उठाता। इसके विपरीत रूस हमेशा ऐसे कदम उठाता है। यह हमारे बीच के कई मतभेदों में से एक है। अब दुनिया चुप न रहे। हम रूस को स्थायी शांति हासिल करने के प्रयासों को कमजोर करने की अनुमति नहीं दे सकते। लावरोव की ओर से कीव को करारा जवाब देने वाले बयान का जिक्र कर जेलेंस्की ने कहा, ‘अब सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। राजधानी (कीव) पर हमला हो सकता है क्योंकि उन्होंने कहा है कि वे सही टारगेट चुनेंगे।’
लावरोव के अनुसार, 28 दिसंबर की रात यूक्रेन ने 91 लंबी दूरी के ड्रोन के जरिए रूस के नोवगोरोद क्षेत्र में स्थित राष्ट्रपति के सरकारी आवास को निशाना बनाया। हालांकि रूस का दावा है कि उसकी अत्याधुनिक वायु रक्षा प्रणाली ने सभी ड्रोनों को समय रहते मार गिराया, जिससे किसी भी प्रकार की बड़ी क्षति होने से बचाव हो गया।
रूसी वायु रक्षा की सतर्कता का दावा
रूस के रक्षा तंत्र का हवाला देते हुए कहा गया है कि ड्रोन हमले की पहचान होते ही एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय हो गया और एक-एक कर सभी ड्रोन को नष्ट कर दिया गया। रूस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस कथित हमले में न तो राष्ट्रपति को कोई खतरा पहुंचा और न ही सरकारी आवास को नुकसान हुआ।
शांति वार्ता पर पुनर्विचार के संकेत
इस कथित हमले के बाद रूस ने अपने रुख को और सख्त करने के संकेत दिए हैं। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और मॉस्को अब यूक्रेन के साथ शांति वार्ता से जुड़ी अपनी रणनीति की समीक्षा करेगा। उनके बयान से संकेत मिलते हैं कि भविष्य में कूटनीतिक समाधान की राह और जटिल हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी
पुतिन के आधिकारिक आवास को निशाना बनाए जाने के दावे के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ गई है। वैश्विक शक्तियां पहले ही इस युद्ध को लेकर आशंकित हैं और ऐसे घटनाक्रम से हालात और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है।














