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शराब घोटाला: दिल्ली सीएम केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट के बाद हाई कोर्ट से भी बड़ा झटका,बेल पर रोक

On: June 25, 2024 9:46 AM
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नई दिल्ली: कथित शराब घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मनी लांड्रिंग एक्ट के इडी के द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। जो तिहाड़ जेल में बंद है और बाहर लाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि दिल्ली हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले पर रोक जारी रखा है जिसमें अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली थी उस फैसले पर रोक जारी रखी है। अब सीएम अरविंद केजरीवाल फिर से एक बार सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि अरविंद केजरीवाल की जमानत पर लगी रोक अभी जारी रहेगी. जस्टिस सुधीर कुमार जैन की एकल बेंच ने यह फैसला सुनाया है. इसका मतलब है कि अरविंद केजरीवाल अभी तिहाड़ जेल से बाहर नहीं आएंगे.

ईडी की याचिका पर फैसला सुनाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि ASG राजू ने मुद्दा उठाया कि निचली अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि इतने दस्तावेज पढ़ना संभव नहीं था. हमारा मानना है कि इस तरह की टिप्पणी पूरी तरह से अनुचित थी और यह दर्शाती है कि ट्रायल कोर्ट ने रिकॉर्ड पर अपना ध्यान नहीं लगाया. हाईकोर्ट का विचार है कि ट्रायल कोर्ट ने अपना विवेक नहीं लगाया है और सामग्री पर विचार नहीं किया है.दरअसल, 20 जून को राउज एवेन्यू कोर्ट से मिली जमानत के फैसले के खिलाफ ईडी ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाटा खटखटाया था. ईडी की उसी याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को अपना फैसला सुनाया. 21 जून को दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की जमानत पर अंतरिम रोक लगाई थी.

बता दें कि राउज एवेन्यू कोर्ट के फैसले से उन्हें जमानत मिली थी जिसे प्रवर्तन निदेशालय में हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इसके बाद हाई कोर्ट में अरविंद केजरीवाल के जमानत पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के खिलाफ अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट भी चले गए थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें झटका देते हुए कहा था। हाई कोर्ट का फैसला आने दीजिए।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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