लातेहार: मनिका प्रखंड अंतर्गत बिशुनबांध पंचयात के खीराखाड़ गांव में रह रहे वृद्ध कन्हाई सिंह जिनका उम्र 102 वर्ष हो चुका है। लेकिन अभी तक सरकारी वृद्धा पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। आधार कार्ड में कन्हाई सिंह का जन्मतिथि 01/01/1922 अंकित है। जहां एक ओर सरकार और सरकारी अधिकारी अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने की दावा करते हैं। वहीं कन्हाई सिंह जैसे लोग को पेंशन नहीं मिलना सरकार एवं सरकारी अधिकारी की सच्चाई बताती है। वृद्ध कन्हाई सिंह ने बताया कि हमको किसी प्रकार का सरकारी लाभ नहीं मिलता है। विशुनबांध के खीराखाड़ गाँव में सरकारी सुविधा के नाम पर सिर्फ एक सरकारी स्कूल दिखता है। ना गांव में जाने के लिए सड़क है। और ना ही बिजली की व्यवस्था गांव में आदम जनजाति के परहिया, एवं आदिवासी परिवार निवास करते हैं।
गांव के 82 वर्षीय करम सिंह ने बताया कि पहले सरकारी पेंशन मिलता था। लेकिन कई वर्षों से पेंशन बंद हो गया है। चलने फिरने में असमर्थ हूं। इसीलिए ब्लॉक तक नहीं जा पाते हैं।
