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आदिवासी पूजा स्थल नष्ट करने व झंडा उखाड़ने के खिलाफ, SSP से मिला आदिवासी सुरक्षा परिषद

On: January 30, 2025 4:31 PM
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आदिवासी पूजा स्थल नष्ट करने आदिवासी झंडा उखाड़ने एवं फेसबुक पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले प्रदीप गुहा के ऊपर FIR दर्ज कर उचित कार्रवाई करने के संबंध में वार्ता

उचित कार्रवाई का आश्वासन

जमशेदपुर: 30 जनवरी आदिवासी सुरक्षा परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष रमेश संस्था एवं महानगर अध्यक्ष राम सिंह मुंडा के नेतृत्व में आज एक प्रतिनिधि मंडल एसपी कौशल किशोर से मुलाकात कर, पिछले 20 जनवरी को टुसू मेला लगाने के आड़ में, जमीन कब्जा करने के नियत से आदिवासी पूजा स्थान नष्ट करने आदिवासियों का धार्मिक झंडा उखाड़ने एवं जबरन आदिवासी सांस्कृतिक स्थल सालगाझूरी में जिला प्रशासन का गुमराह कर टुसू मेला लगने वाले, प्रदीप गुहा उर्फ छोटका एवं अन्य लोगों के ऊपर फिर दर्ज कर कार्रवाई करने के संबंध में वार्ता की गई,

विदित हो कि 20 जनवरी 2025 को प्रदीप गुहा उर्फ छोटका एवं अन्य के द्वारा काली मंदिर परिसर मैदान सालगाझुरी का परमिशन लेकर आदिवासी कला संस्कृतिक स्थल सालगाझूरी में जबरन टुसू मेला लगाया गया, इसी दरमियान टुसू मेला के आड़ में आदिवासियों का धार्मिक पूजा स्थल में बनाया गया झोपड़ी एवं सरना झंडा को पूरी तरह से नष्ट कर दिया, साथ ही बिरसा मुंडा आदिवासी कल्याण ट्रस्ट के द्वारा की गई घेराबंदी को तोड़कर नया प्रवेश द्वार बनाया गया।

प्रतिनिधि मंडल को एसपी कौशल किशोर ने आश्वस्त किया कि आरोपी के ऊपर सुसंगत धाराओं के तहत FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस अवसर पर आदिवासी सुरक्षा परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि तीन दिनों के अंदर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई तो आदिवासी सुरक्षा परिषद, जमशेदपुर महानगर एक रणनीति बना कर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।

प्रतिनिधि मंडल में मुखिया प्रभु राम मुंडा मुखिया रणजीत सिंह मुखिया कृष्ण पदो सिंह, शरद सिंह सरदार, प्रकाश सैंडल, होपना मोहाली, गणेश मुंडा, जनता सरदार, चुन्नू भूमिज, ममता भूमिज धन सिंह मुंडा, गरबा हंसदा आदि लोग शामिल थे

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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