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पहलगाम आतंकी हमला: बीसीसीआई का बड़ा एक्शन ACC के सभी आयोजनों से इंडियन क्रिकेट टीम का किनारा

On: May 19, 2025 4:11 AM
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नई दिल्ली:पहलगाम में निहत्थे पर्यटकों की हत्या में पाकिस्तान का हाथ होने के बाद भारत और पाकिस्तान में भारी तनाव है। इसी बीच खबर आ रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के सभी आयोजनों से किनारा कर लिया है।

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बीसीसीआई ने एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) को सितंबर में होने वाले महिला इमर्जिंग टीम एशिया कप और मेंस एशिया कप से हटने के अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है।

इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई का यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट को अलग-थलग करने की कोशिश का हिस्सा है। वर्तमान में एसीसी का नेतृत्व पाकिस्तान के मोहसिन नकवी कर रहे हैं, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष भी हैं।

‘ देश की भावना से जुड़ा मामला

बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘भारतीय टीम ऐसे टूर्नामेंट में नहीं खेल सकती, जिसका आयोजन एसीसी द्वारा किया जाता है और जिसके प्रमुख पाकिस्तान के मंत्री हैं। यह मामला देश की भावना से जुड़ा है। हमने एसीसी को आगामी महिला इमर्जिंग टीम एशिया कप से हटने के बारे में मौखिक रूप से बता दिया है और उनके आयोजनों में हमारी भविष्य की भागीदारी भी रोक दी गई है। हम भारत सरकार के साथ लगातार संपर्क में हैं।’

एशिया कप पर ग्रहण

बीसीसीआई के इस रुख से सितंबर में भारत द्वारा आयोजित होने वाले पुरुष एशिया कप पर सवालिया निशान लग गया है। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका की टीमों वाले इस टूर्नामेंट को फिलहाल टाला जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि बीसीसीआई को पता है कि भारत के बिना एशिया कप का आयोजन संभव नहीं है, क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट आयोजनों के ज्यादातर प्रायोजक भारत से हैं। इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मुनाफे वाले मैच के बिना एशिया कप के आयोजन से ब्रॉडकास्टर्स भी दिलचस्पी नहीं लेंगे।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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