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रोजो पर्व पर धातकीडीह में पीरियड एंड साइंस कार्यशाला में रजस्वला और पीरियड से जुड़े सामाजिक मान्यताओं व किंवदंतियों पर खुली चर्चा

On: June 15, 2025 5:21 PM
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घाटशिला / जमशेदपुर: ओडिशा और झारखंड के ग्रामीण इलाकों में रोजो पर्व का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इस समय धरती माता रजस्वला रूप में रहती है, तीन दिन तक चलने वाले त्यौहार के दौरान ग्रामीण तरह तरह के पकवान बनाते है, गांवों में झूले लगाए जाते है, वही कृषि कार्यों व कृषि यंत्रों को आराम दिया जाता है।

रोजो पर्व के अवसर पर घाटशिला के धातकीडीह गांव में पीपल वृक्ष की छांव में गांव की किशोरियों और महिला स्वयंसेवकों के नेतृत्व में पीरियड एंड साइंस कार्यक्रम का सार्वजनिक आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान रजस्वला महिलाओं और पीरियड से जुड़े सामाजिक मान्यताओं व किंवदंतियों पर खुली चर्चा की गई। चर्चा के दौरान यह तथ्य निकलकर सामने आया कि गांव में माहवारी के प्रति सामाजिक जागरूकता बढ़ने के साथ अब इससे जुड़ी भ्रांतियों में काफी कमी आई है। वही कई अन्य इलाकों में रूढ़िवादी विचार अभी भी हावी है।

कार्यक्रम के दौरान महिला शिक्षा, माहवारी स्वच्छता, किशोरी महिला स्वास्थ्य, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समाज में आने वाले संभावित बदलावों व अन्य विषयों पर खुलकर चर्चा की गई। गांव की लगभग सभी महिलाएं पिछले दो वर्ष से रीयूजेबल पैड का इस्तेमाल करती है। अब सभी महिलाओं को फिर से नया पैड उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी महिलाओं को प्रोजेक्ट बाला रियूजेबल पैड का उपहार दिया गया। वही गांव के वैसी महिलाओं को भी चिन्हित कर उन्हें अभियान से जोड़ने का संकल्प लिया गया, जो गांव में नई आई है।

महिलाओं व किशोरियों ने बताया कि रियूजेबल पैड के इस्तेमाल से उन्हें अब काफी सहूलियत होती है। हर महीने पैड खरीदने के खर्च समेत उपयोग किए गए नैपकिन के निपटान से जुड़ी समस्याओं से भी निजात मिली है।

कार्यक्रम के दौरान सामाजिक संस्था निश्चय फाउंडेशन के संस्थापक व झारखंड के पैडमैन तरुण कुमार, उमवि धातकीडीह के प्राचार्य साजिद अहमद, स्वास्थ्य साहिया गुरुवारी सोरेन, जल सहिया सोनामुनी मुर्मू, शिक्षिका सींगों सोरेन, मौमिता मुर्मू, बासी हांसदा, संजना, किरण, फुलमनी, सुष्मिता व अन्य ने अपने विचार रखे।

इस दौरान गांव और आसपास के इलाके में अभियान को और भी बेहतर बनाने हेतु आगामी योजनाओं पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में गांव की 80 से ज्यादा महिलाओं और किशोरियों ने शिरकत की।

बताते चलें कि निश्चय फाउंडेशन ने पिछले दो महीने में कोल्हान प्रमंडल के विभिन्न गांवों व विद्यालयों में माहवारी स्वच्छता अभियान से जुड़े ट्राइबल पैडमैन बैद्यनाथ हांसदा, पूजा हेंब्रम, मालती सुंडी, पूजा महतो, कान्हु मुर्मू व अन्य स्वयंसेवकों के माध्यम से 95 से ज्यादा छोटे बड़े कार्यशालाये आयोजित कर लगभग 5100 किशोरियों व महिलाओं को जागरूक करने के साथ साथ प्रोजेक्ट बाला रियूजेबल पैड का उपहार दिया है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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