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अन्नराज डैम में फिर हादसा: 12वीं के छात्र की डूबने से मौत, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

On: August 11, 2025 9:12 PM
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गढ़वा: जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित अन्नराज डैम रविवार को एक बार फिर दर्दनाक हादसे का गवाह बना। शांतिनिवास स्कूल में कक्षा 12 में पढ़ने वाला 16 वर्षीय आयुष चौबे अपने तीन दोस्तों के साथ यहां घूमने आया था। नहाने के दौरान वह पानी में कूद गया और वापस सतह पर नहीं आ सका। कुछ ही पलों में हंसी-खुशी का माहौल चीख-पुकार में बदल गया।

सूचना मिलते ही थाना प्रभारी बृज कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे। किनारे पर आयुष की नारंगी टी-शर्ट और ग्रे लोअर मिली। पिता का रो-रोकर बुरा हाल था। वे बार-बार यही कहते रहे— उसे तैरना नहीं आता था… दोस्तों के कहने पर कूद गया… वह मेरा इकलौता बेटा था, कल ही बहनों से राखी बंधवाई थी।

स्थानीय गोताखोरों ने कई घंटों तक तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। शाम तक SDRF को बुलाने की प्रक्रिया शुरू हुई। लगातार 24 घंटे की कोशिशों के बाद सोमवार सुबह 11:30 बजे आयुष का शव डैम से बरामद किया गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।

बरसों से दोहराई जा रही त्रासदी


अन्नराज डैम में यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में यहां आधा दर्जन से ज्यादा लोग डूबकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके बावजूद आज तक सुरक्षा के स्थायी इंतजाम नहीं किए गए। डैम में सालों भर पानी भरा रहता है और बरसात में यह लबालब हो जाता है, जिससे इसकी गहराई कई गुना बढ़ जाती है।

इसे पर्यटन स्थल घोषित करने के बावजूद यहां न तो चेतावनी पट्ट लगे हैं, न बैरिकेडिंग, और न ही प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। जिला मुख्यालय के नजदीक होने से यहां रोजाना सैलानी आते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा पूरी तरह भगवान भरोसे है।

हर बार हादसे के बाद ही क्यों जागता है प्रशासन?

स्थानीय लोगों का कहना है कि हर हादसे के बाद प्रशासन रेस्क्यू टीम बुलाने, चेतावनी पट्ट लगाने और सुरक्षा गार्ड तैनात करने की बात करता है, लेकिन समय बीतते ही सब भूल जाता है। नतीजा यह है कि हर साल किसी न किसी परिवार का चिराग बुझ जाता है और डैम की गहराइयां मासूम जिंदगियों को निगलती रहती हैं। लोग सवाल कर रहे हैं— “क्या प्रशासन को किसी और जान के जाने का इंतजार है? आखिर पर्यटन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कब होगी?”

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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