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मझिआंव में एसडीएम का औचक निरीक्षण में खुला राज़ : राधा कृष्ण हॉस्पिटल में मरीजों की जिंदगी से हो रहा था खिलवाड़

On: August 19, 2025 1:48 PM
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झारखंड वार्ता

गढ़वा । अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने सोमवार की शाम मझिआंव स्थित राधा कृष्ण हॉस्पिटल एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में भारी अनियमितताएं और गंभीर विसंगतियां सामने आईं।

निरीक्षण में पाया गया कि अस्पताल संचालक राजन‍ीकांत वर्मा की पत्नी कविता कुमारी खुद ऑपरेशन कर रही थीं। इसी बीच निरीक्षण दल को देखकर एक व्यक्ति पिछले दरवाजे से खेतों की ओर भाग निकला। मौके पर आधा दर्जन से अधिक मरीज ऑपरेशन कराकर बिस्तर पर पड़े मिले, जबकि दर्जनों लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।

प्रथम तल पर भर्ती एक महिला मरीज के परिजन ने बताया कि वे बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने आए थे और कुछ ही मिनट पहले ऑपरेशन किया गया है। पूछताछ में कविता कुमारी ने बताया कि वे बीएएमएस डिग्रीधारी हैं और अनुभव के आधार पर खुद बड़े ऑपरेशन एवं एनेस्थीसिया का कार्य करती हैं। हालांकि, मेडिकल पर्चे पर उन्होंने अपने नाम के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं चिकित्सा पदाधिकारी, झारखंड सरकार लिख रखा था। जब एसडीएम ने इस पर सवाल किया तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सकीं।

निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों का कोई रजिस्टर या रिकॉर्ड नहीं मिला। न ही भर्ती मरीजों के दस्तावेज और न ही पूर्व की तिथियों की एंट्री उपलब्ध थी।

एसडीएम संजय कुमार ने तत्काल सिविल सर्जन को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी और विस्तृत जांच हेतु मझिआंव पहुंचने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह कृत्य न केवल भारतीय न्याय संहिता के तहत दंडनीय है बल्कि क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट एक्ट और इंडियन मेडिकल काउंसिल रेगुलेशन्स का भी गंभीर उल्लंघन है।

एसडीएम ने स्पष्ट किया कि इस मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की संस्तुति होगी। इसमें लाइसेंस निरस्तीकरण, अस्पताल सील करने से लेकर आपराधिक मुकदमा दर्ज करने तक की कार्रवाई शामिल हो सकती है।

उन्होंने कहा कि निजी लाभ के लिए इस तरह से अप्रशिक्षित चिकित्सक भोले-भाले मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मौके पर मौजूद नागरिकों ने भी कहा कि बीच शहर में पंजीकृत अस्पताल में इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधियां स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती हैं।

एसडीएम ने आश्वस्त किया कि इस तरह के फर्जी अस्पतालों और अप्रशिक्षित चिकित्सकों के खिलाफ अभियान चलाकर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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