Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 की शुरुआत में अब बस दो दिन बाकी हैं। 9 सितंबर से यूएई में खेले जाने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी नई जर्सी का अनावरण किया है। सबसे खास बात यह है कि 23 साल में पहली बार टीम इंडिया बिना किसी जर्सी स्पॉन्सर के मैदान में उतरेगी।
ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 का असर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और ड्रीम11 के बीच का करार अगस्त में ही खत्म हो गया था। इसकी बड़ी वजह 22 अगस्त से लागू हुआ ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन एंड रेगुलेशन बिल 2025 है। इस एक्ट के तहत रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया। इसके बाद ड्रीम11 ने तुरंत ही बीसीसीआई के साथ अपनी डील खत्म कर दी।
नई जर्सी में सिर्फ ‘INDIA’
भारतीय ऑलराउंडर शिवम दुबे ने इंस्टाग्राम पर टीम इंडिया की नई किट की तस्वीरें साझा कीं। जर्सी पर अब सिर्फ ‘INDIA’ लिखा नजर आ रहा है। किसी भी प्रकार का कमर्शियल लोगो फ्रंट पर नहीं होगा।

दरअसल, आईसीसी टूर्नामेंट्स (जैसे वर्ल्ड कप, टी20 वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी, WTC फाइनल) में भी यही नियम लागू होता है, जहां टीम जर्सी पर सिर्फ देश का नाम ही होता है। अब एशिया कप में भी टीम इंडिया की जर्सी उसी तर्ज पर दिखेगी।
पहला मैच 10 सितंबर को
भारत का पहला मुकाबला 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होगा। इस दौरान भारतीय खिलाड़ी बिना किसी स्पॉन्सर लोगो वाली जर्सी में उतरेंगे।
नए स्पॉन्सर की तलाश
बीसीसीआई ने इस हफ्ते ही नए लीड स्पॉन्सर के लिए टेंडर जारी किया है।
आवेदन खरीदने की अंतिम तिथि: 12 सितंबर 2025
दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि: 16 सितंबर 2025
बोर्ड ने साथ ही ‘प्रतिबंधित ब्रांड्स’ की लिस्ट भी जारी की है, जिनमें गेमिंग, बेटिंग, क्रिप्टो, तंबाकू और शराब से जुड़े ब्रांड्स शामिल हैं। इसके अलावा मौजूदा पार्टनर्स जैसे एडिडास, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, कैम्पा कोला से जुड़े ब्रांड्स भी इस रेस से बाहर हैं।
डील का स्केल और संभावित दावेदार
नई स्पॉन्सरशिप डील 2025 से 2028 तक के 140 मैचों को कवर करेगी।
द्विपक्षीय सीरीज के लिए बेस प्राइस: 3.5 करोड़ रुपये प्रति मैच।
आईसीसी/एसीसी टूर्नामेंट्स के लिए: 1.5 करोड़ रुपये प्रति मैच।
बीसीसीआई को इससे करीब 450 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई होने की उम्मीद है। अब तक टोयोटा और एक प्रमुख फिनटेक कंपनी ने इसमें रुचि दिखाई है। हालांकि, एशिया कप के दौरान नया स्पॉन्सर मिलना मुश्किल माना जा रहा है।