रांची: माननीय केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज रांची स्थित सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) मुख्यालय, दरभंगा हाउस में एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (Integrated Command and Control Centre – ICCC) का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर कोयला मंत्रालय के अपर सचिव श्री सनोज झा, कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के चेयरमैन श्री पी. एम. प्रसाद, सीसीएल सीएमडी श्री निलेंदु कुमार सिंह, सीएमपीडीआईएल, बीसीसीएल और ईसीएल सहित मंत्रालय एवं कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

परिचालन और सुरक्षा में आएगा नया आयाम
आईसीसीसी अत्याधुनिक केंद्रीकृत निगरानी केंद्र है जो सीसीएल के सभी परिचालन क्षेत्रों और सुरक्षा पर व्यापक निगरानी रखेगा। इसमें कैमरे, सेंसर, ड्रोन और वाहन ट्रैकिंग सिस्टम (VTS-RFID) से प्राप्त लाइव फीड को एकीकृत कर क्लाउड आधारित प्रणाली में प्रदर्शित किया जाएगा।
इस केंद्र की मुख्य विशेषताएँ हैं:
एआई-आधारित वीडियो एनालिटिक्स
जीआईएस-सक्षम डिस्प्ले
अनुकूलन योग्य डैशबोर्ड
मल्टी-चैनल अलर्ट सिस्टम
इन सुविधाओं के माध्यम से वास्तविक समय पर निगरानी, जोखिम पहचान, घटना प्रबंधन एवं रिपोर्टिंग संभव होगी। इससे परिचालन क्षमता, सुरक्षा और पारदर्शिता में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।
मंत्री ने की सीधी बातचीत
उद्घाटन अवसर पर माननीय मंत्री श्री रेड्डी को आईसीसीसी की तकनीकी कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और उन्हें वीडियो प्रेजेंटेशन दिखाया गया। मंत्री ने सीसीएल मुख्यालय से ही पिपरवार क्षेत्र के अधिकारियों से सीधे संवाद किया और इस प्रणाली के लाभों को गहराई से जाना।
बच्चों के बीच पहुँचे मंत्री
उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात माननीय मंत्री ने सीसीएल की महत्वाकांक्षी सीएसआर पहल “सीसीएल के लाल” और “सीसीएल की लाडली” के बच्चों से आत्मीय मुलाकात की। उन्होंने बच्चों को पुस्तकें भेंट कीं और उन्हें पढ़ाई में निरंतर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
बच्चों ने भी बड़े उत्साह से मंत्री जी से बातचीत की और उनके प्रोत्साहनपूर्ण शब्दों से नई ऊर्जा और आत्मविश्वास पाया।

सीसीएल की सीएसआर पहल
सीसीएल के लाल और सीसीएल की लाडली योजना के तहत सुदूर ग्रामीण व खनन प्रभावित क्षेत्रों से प्रतिभाशाली बच्चों का चयन कर उन्हें निःशुल्क शिक्षा, आवास, भोजन और IIT-JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग उपलब्ध कराई जाती है। इस पहल से अब तक दर्जनों बच्चे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर चुके हैं।