रांची: वाईबीएन विश्वविद्यालय, रांची के फार्मेसी स्कूल ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के सहयोग से “भविष्य के चिकित्सीय विकास के लिए एक स्तंभ के रूप में आणविक डॉकिंग” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
उद्घाटन सत्र में प्रो-वाइस चांसलर श्री रामजी यादव और सीएमडी डॉ. अंकिता यादव की गरिमामयी उपस्थिति रही, जबकि कुलपति प्रो. (डॉ.) सत्यदेव पोद्दार ने विशेष संबोधन दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, संकाय सदस्य, शोधकर्ता और छात्र-छात्राएँ सहित पड़ोसी संस्थानों के प्रतिभागियों ने सक्रिय भागीदारी की।
कार्यशाला के विषय को आईक्यूएसी निदेशक डॉ. आशीष सरकार ने प्रस्तुत किया और आधुनिक औषधि खोज तथा चिकित्सीय अनुसंधान में आणविक डॉकिंग की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। तकनीकी सत्रों में डॉ. सुभाशीष बनर्जी और डॉ. अबनीश बिस्वास ने व्यावहारिक व्याख्यान दिए, जिनमें नवीन चिकित्सा विज्ञान में कम्प्यूटेशनल तकनीकों के अनुप्रयोगों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर सुश्री मानसी नाथानी और सुश्री दीक्षा ने किया। समापन सत्र में डीन (अकादमिक) डॉ. अर्पणा शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
यह कार्यशाला नवोदित शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए फार्मास्युटिकल विज्ञान में अत्याधुनिक दृष्टिकोणों की खोज का एक अनूठा मंच साबित हुई, जिसने अकादमिक उत्कृष्टता, नवाचार और अनुसंधान के प्रति वाईबीएन विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।
रांची: वाईबीएन विश्वविद्यालय में ‘आणविक डॉकिंग’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन

