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आदिवासी बनाने की मांग को लेकर कुड़मी रेलवे ट्रैक पर डटे, ट्रेन परिचालन बाधित

On: September 20, 2025 11:54 AM
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सरायकेला: कुड़मी समुदाय के लोग पिछले कई वर्षों से आदिवासी का दर्जा हासिल करने के लिए मांग उठाते रहे हैं और उन्होंने 20 सितंबर को रेल टेका की चेतावनी दी थी और उसी के मुताबिक सीनी स्टेशन के पास कुड़मी समुदाय रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और धरना प्रदर्शन करने लगा। जिसके कारण हावड़ा मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित है। यात्री परेशान हैं। स्थिति से निपटने के लिए पुलिस भी पहुंच गई है लेकिन फिलहाल खबर लिखे जाने तक आंदोलनकारी को शांत करने में विफल साबित हो रही है।हालात को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की गई है।रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है।इसको लेकर पूरे राज्य में पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। आरपीएफ के तमाम प्रयासों के बावजूद आंदोलनकारी हजारीबाग और सरायकेला में रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी मांग पूरी तरह सामाजिक है और किसी भी प्रकार से राजनीति से प्रेरित नहीं है।कुड़मी समाज की प्रमुख मांग है कि उन्हें एसटी यानी अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किया जाए. आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि “हम लोग वर्षों से आदिवासी रहे है, सरकार को हमें एसटी में शामिल करना ही होगा।फिलहाल रेलवे प्रशासन और जिला प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। वहीं, कुड़मी समाज ने मांग पूरा न होने तक अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रखने की धमकी दी है।

प्रदर्शनकारी हाथों में बैनर और झंडे लिए अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। उनकी मुख्य मांग है कि कुड़मी समाज को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में शामिल किया जाए। आंदोलनकारियों ने साफ कहा कि उनकी लड़ाई सामाजिक है। राजनीति से इसका कोई लेना-देना नहीं है. समुदाय का कहना है कि वे सदियों से आदिवासी रहे हैं, लेकिन सरकारी सूची में उनकी उपेक्षा की जा रही है।

कुड़मी आंदोलन के कारण सीनी स्टेशन में एक मालगाड़ीं को रोक गया है। यहां बता दे कि अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग को लेकर कुड़मी समुदाय के द्वारा शनिवार की सुबह पांच बजे से ही “रेल टेका डोहोर छेका” यानी रेल रोको सड़क घेरो आंदोलन में शामिल हो गए है।

हालांकि जिला प्रशासन द्वारा धारा 144 दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत निषेधाज्ञा जारी की गई है। यह निषेधाज्ञा 19 सितम्बर अपराह्न छह बजे से प्रभावी होकर अगले आदेश तक लागू रहेगी।

रेल लाइनों के 300 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू
इसके बावजूद कुड़मी समाज के लोग ट्रैक पर डेट हुए है जबकि रेल लाइनों के 300 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की है।

चांडिल रेलवे स्टेशन, नीमडीह रेलवे स्टेशन, हैसालोंग रेलवे स्टेशन एवं झीमड़ी रेलवे स्टेशन। तिरूलडीह थाना अंतर्गत तिरूलडीह रेलवे स्टेशन एवं लेटमदा रेलवे स्टेशन।

नीमडीह थाना क्षेत्र के लेवल क्रॉसिंग गेट संख्या जेसी-56 (पितकी फाटक) एवं तिल्ला लेवल क्रॉसिंग गेट (दोनों ओर 25 मीटर के दायरे में) में निषेधाज्ञा लागू की गई है।

आदित्यपुर थाना अंतर्गत आदित्यपुर रेलवे स्टेशन, गम्हरिया थाना अंतर्गत गम्हरिया रेलवे स्टेशन, विराजपुर रेलवे स्टेशन एवं यशपुर फाटक।

कांड्रा थाना अंतर्गत कांड्रा रेलवे स्टेशन एवं कुनकी हॉल्ट। सरायकेला थाना अंतर्गत सीनी रेलवे स्टेशन परिसर, जक्शन से संपूर्ण मुंडाटांड़ मैदान तक। खरसावां थाना अंतर्गत माहलीनुरूप रेलवे स्टेशन एवं राजखरसावां रेलवे स्टेशन।

सरायकेला अनुमंडल अंतर्गत सभी कार्यरत रेल लाइनों के 300 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की गई है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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