रांची: झारखंड सरकार ने सोशल मीडिया की ताकत का इस्तेमाल करते हुए पर्यटन क्षेत्र को नई उड़ान देने की पहल की है। पर्यटन विभाग की ओर से “इन्फ्लुएंसर इंगेजमेंट प्रोग्राम 2025” की घोषणा की गई है। इस योजना का मकसद राज्य की खूबसूरती, संस्कृति और परंपरा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना है।
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, इस प्रोग्राम के तहत चयनित सोशल मीडिया क्रिएटर्स को 3 लाख से 10 लाख रुपये तक का आर्थिक मानदेय प्रदान किया जाएगा। मानदेय की राशि का निर्धारण इन्फ्लुएंसर की कैटेगरी (नैनो, माइक्रो, मैक्रो और मेगा) और उनके कंटेंट की गुणवत्ता, पहुंच, व्यूज़ और एंगेजमेंट के आधार पर किया जाएगा।
किन्हें मिलेगा मौका?
यह योजना इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय कंटेंट क्रिएटर्स के लिए खुली है। इसमें खास तौर पर ट्रैवल व्लॉगर्स, ब्लॉगर, फूड व कल्चर इन्फ्लुएंसर्स और शॉर्ट वीडियो/रील बनाने वाले क्रिएटर्स आवेदन कर सकते हैं।
पर्यटन और क्रिएटर्स दोनों को होगा फायदा
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पहल से झारखंड की प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय व्यंजन सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर प्रमोट होंगे। इससे एक तरफ जहां राज्य के पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा और गति मिलेगी, वहीं दूसरी ओर कंटेंट क्रिएटर्स को भी आर्थिक लाभ और प्रोत्साहन प्राप्त होगा।
योजना से स्थानीय स्तर पर युवाओं को अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर मिलेगा और साथ ही झारखंड का पर्यटन एवं संस्कृति वैश्विक मंच पर नई पहचान बना सकेगा।
झारखंड में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसरों की हो गई बल्ले-बल्ले, हेमंत सरकार देगी 10 लाख रुपये तक मानदेय

