Jharkhand Weather: झारखंड से मॉनसून आधिकारिक रूप से विदा ले चुका है, लेकिन आसमान से बूंदाबांदी का सिलसिला अभी थमा नहीं है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, राज्य के कई जिलों में अगले दो दिनों तक हल्की बारिश और गरज-चमक वाले बादल देखने को मिल सकते हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि इस साल झारखंड से मॉनसून की विदाई 24 सितंबर को हो गई थी। यह सामान्य तारीख (1 अक्टूबर) से करीब एक हफ्ता पहले है। 10 सालों में यह सबसे जल्दी मॉनसून विदड्रॉल माना जा रहा है, जो 15 सितंबर से ही पूर्वी भारत के हिस्सों तक पहुंच गया था। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के असर से राज्य में पोस्ट-मॉनसून गतिविधियां अब भी देखने को मिल रही हैं।
इन जिलों में दो दिन तक बारिश के आसार
1-2 अक्तूबर को बंगाल की खाड़ी में दोबारा निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने की संभावना है। जिससे रांची सहित कई जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। IMD रांची सेंटर के पूर्वानुमान के मुताबिक, 2 अक्टूबर को धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज में तेज हवाओं और वज्रपात के साथ भारी बारिश हो सकती है। 3 अक्टूबर को भी पूरे राज्य में कहीं-कहीं वज्रपात और बारिश हो सकती है। इस दिन चतरा, देवघर, दुमका, गिरिडीह, कोडरमा, लातेहार, पाकुड़ और साहिबगंज जिले प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग ने बताया कि रांची में 1 से 5 अक्टूबर तक बादल छाए रहेंगे। दोपहर बाद हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
औसत से ज्यादा रहा इस साल का मानसून
झारखंड में इस बार मानसून जमकर बरसा। सीजन के दौरान राज्य को सामान्य से अधिक वर्षा प्राप्त हुई। मौसम विभाग ने 27 से 30 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, लेकिन अब बारिश हल्की और बिखरी-बिखरी रहने की उम्मीद है।
कुल मिलाकर, मॉनसून का अध्याय बंद हो चुका है और अब राज्य धीरे-धीरे सर्दी की दस्तक महसूस करने को तैयार है। महाअष्टमी पर हल्की बारिश से पूजा-अर्चना जरूर प्रभावित हो सकती है, लेकिन किसानों और मौसम वैज्ञानिकों के लिए यह सीजन राहत भरा साबित हुआ।