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Gen-Z का एक और देश में बवाल: हिंसक झड़पों में 22 मौतें, 100 से अधिक घायल; सरकार बर्खास्त

On: September 30, 2025 4:17 PM
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एंटानानारिवो: नेपाल के बाद अब अफ्रीकी देश मेडागास्कर में भी Gen-Z की अगुवाई में बड़ा जनआंदोलन देखने को मिल रहा है। बिजली और पानी की लगातार कटौती से नाराज हजारों युवा सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद हालात इतने बिगड़े कि देश के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना को सरकार भंग करनी पड़ी।

गुरुवार से शुरू हुआ यह विरोध देखते ही देखते हिंसक हो गया। राजधानी अंतानानारिवो समेत कई शहरों में युवाओं ने टायर जलाए, नए बने केबल कार स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया और नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कई जगह नेताओं के घरों पर भी हमले हुए। हालात काबू से बाहर होते देख सरकार ने राजधानी और अन्य प्रमुख शहरों में रात का कर्फ्यू लागू कर दिया।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार, प्रदर्शनों में हुई झड़पों में अब तक 22 लोगों की मौत हुई है और 100 से अधिक घायल हुए हैं। यूएन ने इसके लिए सुरक्षा बलों की हिंसक कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, मेडागास्कर की विदेश मंत्री रसता रफारवाविताफिका ने मौतों के इन आंकड़ों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि वास्तविक संख्या सरकार जल्द बताएगी।

गरीबी और संसाधनों की कमी ने भड़काया गुस्सा

मेडागास्कर, जिसकी आबादी लगभग 3.1 करोड़ है, पहले से ही गहरी आर्थिक तंगी और गरीबी से जूझ रहा है। विश्व बैंक के मुताबिक, देश की 75% आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिता रही है। ऐसे में पानी-बिजली की समस्या ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया।

युवाओं ने “जस्टिस फॉर मेडागास्कर”, “हम जीना चाहते हैं, सिर्फ जिंदा रहना नहीं” और “लेओ—हम तंग आ चुके हैं” जैसे नारों के साथ सड़कों पर उतर कर सरकार को झकझोर दिया। कई प्रदर्शनकारी जापानी एनीमे वन पीस के प्रतीक चिन्ह वाले झंडे और टी-शर्ट पहने दिखे—ठीक वैसे ही जैसे हाल ही में नेपाल और दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रदर्शनों में देखा गया था।

राष्ट्रपति का बड़ा ऐलान

जनाक्रोश को देखते हुए राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना ने सोमवार को राष्ट्रीय टेलीविजन पर ऐलान किया कि प्रधानमंत्री क्रिश्चियन न्त्साय समेत पूरी सरकार को बर्खास्त किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि नई सरकार बनने तक मौजूदा मंत्री अंतरिम तौर पर अपने पद पर बने रहेंगे। राष्ट्रपति ने नए प्रधानमंत्री के लिए आवेदन आमंत्रित किए और कहा कि तीन दिन में सभी प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा।

राजोएलिना ने प्रदर्शनकारियों से सीधे संवाद करते हुए कहा—
“मैं जनता की पीड़ा और गुस्से को समझता हूं। अगर सरकार के कुछ सदस्य वह काम नहीं कर पाए जिसकी आप लोगों ने उम्मीद की थी, तो मैं माफी चाहता हूं।”

हालांकि, उन्होंने अपने इस्तीफे की मांग को दरकिनार कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों के पद छोड़ने की मांग की थी।

राजोएलिना 2019 से मेडागास्कर के राष्ट्रपति हैं और 2009 में तख्तापलट के बाद अस्थायी सरकार का नेतृत्व कर चुके हैं। 2023 में उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुना गया था।

नतीजा क्या होगा?

यह आंदोलन इस बात का संकेत है कि अफ्रीका और एशिया के कई हिस्सों में Gen-Z अब आर्थिक संकट और सरकारी नाकामी के खिलाफ मुखर होकर सड़कों पर उतर रही है। नेपाल के बाद मेडागास्कर में छिड़ी यह बगावत आने वाले समय में एक बड़े राजनीतिक बदलाव का संकेत हो सकती है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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