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पलामू:अनोखी पहल!छतरपुर प्रखंड के कंचनपुर की महिलाओं ने मंईंयां सम्मान योजना की राशि से बनाई सड़क

On: September 30, 2025 9:06 PM
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पलामूः वर्षों से सड़क की कमी झेल रही पलामू के छतरपुर प्रखंड के कंचनपुर पंचायत के लंगडीतर पिछुलिया टोला वासी महिलाओं ने एक अनोखी पहल की है और उन्होंने झारखंड सरकार से मिली मंईयां सम्मान योजना की राशि से चंदा इकट्ठा कर करीब डेढ़ किलोमीटर रोड बनाया है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

बता दें कि यह रोड पलामू के छतरपुर प्रखंड के कंचनपुर पंचायत के लंगडीतर पिछुलिया टोला में है। लंगडीतर पिछुलिया टोला में रोड की समस्या थी जिसके बाद ग्रामीणों ने श्रमदान से रोड बनाने का निर्णय लिया था. पलामू में शनिवार को 3.50 लाख लाभुकों के खाते में मंईयां सम्मान योजना की राशि गई. सभी महिलाओं के खाते में दो महीने की राशि पांच-पांच हजार आ गई है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रोड की हालात को देखते हुए ग्रामीण प्रशांत राज और जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में एक कमेटी बनी। इसी कमेटी ने महिलाओं ने अपनी सहभागिता दिखाते हुए रोड बनाने के लिए दो दो हजार रुपये देने का निर्णय लिया. 25 महिलाएं एकजुट हुईं और मंईयां सम्मान योजना से रोड बनाने के लिए सहयोग राशि दी.जिसके बाद ग्रामीण जमा हुए और श्रमदान से रोड बनाने का कार्य शुरू हुआ. ग्रामीण श्रमदान से डेढ़ किलोमीटर मिट्टी मोरम रोड बनाया है.

महिलाओं ने सहभागिता देखते हुए अन्य ग्रामीणों ने भी सहयोग किया है और अपने-अपने ट्रैक्टर को रोड बनाने के लिए दिया. शनिवार से ग्रामीण महिलाओं के सहयोग से रोड बनाने का कार्य शुरू हुआ और सोमवार को रोड बनकर तैयार हो गया.

ग्रामीण महिला प्रेमशिला देवी का कहना है कि ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही थी. गांव में कोई भी आने-जाने से डर रहा था कि गाड़ी नहीं गांव में नहीं जा पाएगी. बच्चों को स्कूल में भी जाने में परेशानी हो रही थी. महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना की राशि आई थी. जिसके बाद महिलाओं ने निर्णय लिया कि क्यों न आपसी सहयोग से इस रोड का निर्माण किया जाए. सभी ने चंदा जुटाया और आपसी श्रमदान से रोड का निर्माण किया.

मंईयां सम्मान योजना की राशि का इस्तेमाल पहली बार किसी ने रोड बनाने के लिए किया है. रोड बनाने में प्रेमशीला देवी, सोनी देवी, बसंती देवी, गीता देवी, प्रतिमा देवी, डॉ. विनोद कुमार, प्रशांत राज, जीतेंद्र कुमार, अभिषेक कुमार, उदय कुमार बाली, मंजू राम, ज्ञान प्रकाश, मदन राम, बीरेंद्र राम, राहुल नामक ग्रामीणों की प्रमुख भूमिका रही.

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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