रांची :- घटना झारखंड की राजधानी रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले जगन्नाथपुर चौक की है. पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के रहने वाला मजदूर यहां मिठाई की दुकान के स्टोर रूम में मौजूद था. तभी अचानक आग लग गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. ये आग इतनी भीषण थी कि इसकी चपेट में आकर मजदूर जिंदा जल गया और उसकी मौत हो गई. मृतक मजदूर की पहचान पुरुलिया जिला के रहने वाले बबलू महतो के रूप में हुई है.
देर रात जब आग लगी, उस दौरान मजदूर बबलू अकेले रूम में मौजूद था, उसके साथ काम करने वाले अन्य मजदूर एक दिन पूर्व ही धानरोपनी करने के लिए छुटी लेकर अपने घर पुरुलिया वापस लौट गए थे.आशंका व्यक्त की जा रही है कि देर रात रूम में हुए शार्ट सर्किट के कारण आग लगी और गहरी नींद में होने के कारण मिठाई दुकान में काम करने वाला कारीगर बबलू महतो आग की चपेट में आकर जिंदा जलकर मर गया.
इधर दुकान में आग लगने की सूचना मिलते ही धुर्वा थाना की पुलिस ने अग्निशमन दस्ते को सूचित कर दमकल गाड़ी की मदद से आग पर काबू पाया. हालांकि, मजदूर को बचाया नहीं जा सका. आग पर काबू पाए जाने के बाद मृतक के शव को बरामद किया गया. इसके साथ ही धुर्वा थाना की पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है.
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले का रहने वाला मृतक बबलू महतो अपने भाई और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर धुर्वा थाना क्षेत्र के रहने वाले रंजन कुमार के मिठाई दुकान में कारीगर के रूप में काम करता था. रात में कारीगरों के सोने के लिए मिठाई दुकान के बगल में ही एक अलग कमरा रखा गया था, जिसे स्टोर रूम के साथ-साथ मजदूरों के रेस्ट रूम के रूप में इस्तेमाल किया जाता था.
बुधवार देर रात इसी रेस्ट रूम में शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग की चपेट में आकर मजदूर बबलू महतो की जिंदा जलकर मौत हो गई. बता दें कि पिछले वर्ष राजधानी रांची के बिरसा मुंडा बस टर्मिनल में भी इसी प्रकार का एक हादसा हुआ था जहां दीपावली के अवसर पर खड़ी मूनलाइट नामक बस में आग लगने के कारण उसमें सो रहे ड्राइवर मदन और कंडक्टर इब्राहिम की जिंदा जलकर मौत हो गई थी.