जमशेदपुर: शहर के अभिजीत कुमार सिंह और सूर्यदेव ने नेपाल में आयोजित लुंबिनी इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप में अंतर्राष्ट्रीय जीत हासिल की है। ज्ञात हो कि टूर्नामेंट में भारत के अलावा नेपाल, बांग्लादेश, भुटान व श्रीलंका के खिलाड़ी भी शामिल हुए थे, बता दें कि दोनों युवक जेम्को आजाद बस्ती के रहने वाले हैं।
झारखंड जमशेदपुर के कराटे खिलाड़ी अभिजीत कुमार सिंह ने कहा कि मुझे बहुत गर्व हो रहा है कि मैंने भारत का नाम रोशन किया है और अंतर्राष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है और अपने कोच शिहान डॉ. प्रदीप सिंह सग्गू को दिल से धन्यवाद बोलना चाहूँगा। अभिजीत शिहान डॉ. प्रदीप सिंह सग्गू के देख रेख में अभ्यास करते हैं। अभिजीत इससे पहले कराटे में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप खेल चुके हैं।

अभिजीत ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है मेरे पिताजी मेरे साथ नहीं हैं लेकिन मैं पूरी कोशिश करूंगा कि मैं अपने पिता का नाम बहुत ऊंचा ले जाऊं। अभिजीत अपनी पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं, अभिजीत का कहना है कि उनके कंप्यूटर शिक्षक मुकेश कुमार का बहुत सपोर्ट रहा है।
वहीं सूर्यदेव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कराटे मैच जीतना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है और गर्व का एक बड़ा क्षण है। यह मेरी कड़ी मेहनत और मेरे परिवार तथा कोच के अटूट समर्थन और विश्वास का परिणाम है मैं अपने परिवार और कोच का आभारी रहूंगा। सूर्यदेव के परिवार में खुशी की लहर है साथ ही उनके पिता सुगालाल प्रसाद ने बताया कि बचपन से ही उसे कराटे खेलने का बहुत शौक था और आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला है।
अभिजीत ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है मेरे पिताजी मेरे साथ नहीं हैं लेकिन मैं पूरी कोशिश करूंगा कि मैं अपने पिता का नाम बहुत ऊंचा ले जाऊं। अभिजीत अपनी पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं, अभिजीत का कहना है कि उनके कंप्यूटर शिक्षक मुकेश कुमार का बहुत सपोर्ट रहा है।
वहीं सूर्यदेव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कराटे मैच जीतना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है और गर्व का एक बड़ा क्षण है। यह मेरी कड़ी मेहनत और मेरे परिवार तथा कोच के अटूट समर्थन और विश्वास का परिणाम है मैं अपने परिवार और कोच का आभारी रहूंगा। सूर्यदेव के परिवार में खुशी की लहर है साथ ही उनके पिता सुगालाल प्रसाद ने बताया कि बचपन से ही उसे कराटे खेलने का बहुत शौक था और आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला है।
