मझिआंव: थाना क्षेत्र मोरबे पंचायत के करकटा गांव में दो सगे भाइयों एवं भतीजे के बीच भूमि विवाद में हुई मारपीट का मामला थाना में पहुंचने पर भीम आर्मी के मीडिया प्रभारी सह वार्ड सदस्य एवं थाना प्रभारी के बीच हुई कहा-सुनी को लेकर मंगलवार भीम आर्मी संगठन कार्यकर्ता के साथ अन्य लोग भारी संख्या में लोग थाना पहुंचे।
क्या है मामला?
बताते चलें कि करकट्टा में दो सगे भाई एवं भतीजे के बीच वर्षों से भूमि विवाद चल आ रहा है। वहीं दिन रविवार को 70 वर्षीय विश्वनाथ राम भूमि विवाद में हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसका मामला थाना पहुंचा और विश्वनाथ राम ने मारपीट में शामिल चंद्रिका राम, उनके पुत्र सुनील राम (जिला पुलिस के जवान), अनिल राम, संजय राम एवं बहू संजू देवी, फुल कुमारी देवी एवं चंद्रिका राम के नाती अनुप राम एवं आकाश कुमार के नाम प्राथमिक की दर्ज करने हेतु थाना में आवेदन दिया है।
वही दिन सोमवार को सिपाही सुनील राम,अनिल राम एवं पत्नी थाना पहुंची। इस दौरान सिपाही सुनील राम थाना प्रभारी आकाश कुमार से कहा कि मारपीट के दौरान हम नहीं थे, चाचा के द्वारा आवेदन में गलत गलत तरीके से नाम शामिल किया गया है। वही मिली जानकारी के अनुसार अनिल राम ने कहा कि विवादित भूमि पर घर नहीं बना रहे हैं। जिसको लेकर भूमि मामला देख थाना प्रभारी आकाश कुमार अंचल अधिकारी शंभू राम से बात की और उसके बाद राजस्व कर्मी शैलेश कुमार थाना पहुंचे और उन्होंने बताया कि राजस्व कर्मी या अंचल के द्वारा किसी को उक्त स्थान पर घर बनाने के लिए नहीं कहा गया है, क्योंकि कुछ जमीन विवादित है और ज्यादा जमीन गैर मजरूआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व कर्मी के साथ आए करकटा गांव निवासी भीम आर्मी के मीडिया प्रभारी सह वार्ड सदस्य चंद्रभूषण कुमार उर्फ सनोज कुमार के द्वारा थाना प्रभारी को कहा गया कि मारपीट के दौरान सुनील राम नहीं थे। इस दौरान थाना प्रभारी ने कहा कि उसका आप साक्ष्य दीजिए और इसी बीच विश्वनाथ राम अपनी बहू और नाई के साथ थाना पहुंचे इस दौरान विश्वनाथ राम ने सभी के सामने कहा कि सुनील राम भी मारपीट में शामिल हैं। जिसको लेकर थाना प्रभारी ने चंद्रभूषण कुमार को कहा कि आप एक तरफा बात कर रहे हैं यह सही नहीं है। इसी को लेकर कहा सुनी हुई जबकि चंद्र भूषण के द्वारा थाना प्रभारी को पहले कोई भी परिचय नहीं बताया गया था। मिली जानकारी के अनुसार इसी बात को लेकर भीम आर्मी के मीडिया प्रभारी चंद्रभूषण कुमार उर्फ सनोज कुमार के द्वारा अपने संगठन के वरीय कार्यकर्ताओं को जानकारी दी गई।
इसी को लेकर मंगलवार को भीम आर्मी के केंद्रीय संगठन सचिव नन्हू राम, प्रदेश महासचिव आजाद समाज पार्टी सिराज खान, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल राम, भीम आर्मी जिला अध्यक्ष ललित राम, उपाध्यक्ष राहुल रंजन, जिला संगठन सचिव प्रवीण कुमार, मीडिया प्रभारी चंद्र भूषण कुमार उर्फ सनोज कुमार, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष सैयद अंसारी, बीएसपी कार्यकर्ता वीरेंद्र चंद्रवंशी, मोरबे पंचायत बीडीसी प्रतिनिधि वीरेंद्र रवि, सोमेश्वर राम सहित सैकड़ो की संख्या में लोग थाना प्रभारी से बात करने थाना पहुंचे।
इस दौरान लोगों के द्वारा थाना प्रभारी को कहा गया कि आप एक संगठन के मीडिया प्रभारी सह वार्ड सदस्य को अभद्रता के साथ व्यवहार की है यह गलत है। इस संबंध में थाना प्रभारी आकाश कुमार ने कहा कि इन्होंने अपना परिचय नहीं देते हुए, मारपीट में शामिल लोगों का बचाव कर रहे थे और कानून के बारे में समझ रहे थे। जबकि इनको सबसे पहले परिचय देना चाहिए था और पीड़ित परिवार को भी मदद करना चाहिए था। जबकि विश्वनाथ राम गंभीर रूप से घायल भी है। एक तरफा बात करने पर इनकी बात नहीं सुनी उसके बाद इन्होंने संगठन का हवाला दिया। वहीं उपस्थित सभी लोगों ने कहा कि इस तरह से बात नहीं होना चाहिए था। इसके बाद सभी थाना से वापस चले आए।