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बाढ़ से मखदुमपुर वासियों को राहत दिलाने के बाद डीआरएम ने लिया जायजा,बनेगा एक और नाले से पानी निकासी का रास्ता!

On: July 23, 2023 9:53 AM
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रेल आईओ डब्ल्यू इंचार्ज विजय सिन्हा एंड ऑल टीम के कार्यों को स्थानीय समाजसेवियों ने सराहा, शुक्रिया अदा की

जमशेदपुर: तकरीबन 28 दिनों से जाम नाले के कारण आई बाढ़ में परसुडीह थाना क्षेत्र मखदुमपुर‌ मुंशी मोहल्ला के‌ कई घर नाले में डूबे हुए थे। इस संदर्भ में स्थानीय समाजसेवियों कमलेश श्रीवास्तव बबलू श्रीवास्तव ने ट्वीट कर बाढ़ से पीड़ित बस्ती की समस्या बताई। जिस पर त्वरित एक्शन लेते डीआरएम ने रेल महकमें को जल्द से जल्द मामले में कार्रवाई कर बस्ती वासियों को राहत प्रदान करने का निर्देश दिया था।

जिसके बाद रेलवे के आई ओ डब्ल्यू इंचार्ज विजय सिन्हा एंड टीम इसमें रात दिन लगी हुई थी। जिनके साथ सहयोग में स्थानीय समाजसेवी कमलेश श्रीवास्तव बबलू श्रीवास्तव आकाश साहू बबीता सिंह आदि भी लगे हुए थे। जिसका परिणाम मिला और पिछले तकरीबन 4 दिन पूर्व जाम नाला का मुंह खुल गया और लोगों को बाढ़ से राहत मिली। लोगों के घरों से बाहर का पानी निकल गया। जिससे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई।

समस्या के स्थाई समाधान की पहल डीआरएम ने की

नाला का मुंह खुलने के बाद चक्रधरपुर रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अरूण ने रेलवे इंजीनियरिंग विभाग से एईएन टाटानगर अन्य अफसरों के साथ एक बार फिर शनिवार को क्षेत्र का ‌जायजा लिया और सूत्रों का कहना है कि उन्होंने एक और नाले से पानी निकासी के लिए मुंह निर्देश दिया है।

इसके अलावा इस काम में ‌ रुकावट आने‌ की संभावित अतिक्रमणकारियों को 3 महीने का समय दे दिया गया है कि वे नाले से नई पानी निकासी के जगह बनाने के लिए अतिक्रमण हटा ले अन्यथा रेलवे जबरन अतिक्रमण हटा देगी। वही मंडल रेल प्रबंधक ने नाले के आउटपुट मुंह का भी जायजा लिया है।

सूत्र बताते हैं कि रेलवे के नक्शे कुछ अफसरों के द्वारा चेक किया गया जिसमें फिलहाल जिस रास्ते से पुराना नाले का निकासी का रास्ता है। वह नहीं मिल रहा था जिसके कारण रेलवे को नाले की सफाई करने में भारी दिक्कत हुई थी। जिसके कारण रेलवे अपने नक्शे के मुताबिक फिर से एक बार नाला का अलग मुंह बनाने की जुगत में लग गया है ताकि भविष्य में किसी तरह की परेशानी ना हो।

फिर से एक बार नाले के इनपुट मुंह की हिटाची से हुई सफाई

वहीं खबर यह भी है कि बाढ़ ग्रस्त नाले से बाढ़ का पानी निकलने के बाद एक बार फिर तीसरी बार नाले के इनपुट मुंह की सफाई भी हुई है।

समाजसेवियों ने डीआरएम, रेलवे IOW इंचार्ज एंड टीम के कार्यों को सराहाते हुए उन्हें तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है। जिसमें मुख्य रुप से कमलेश श्रीवास्तव बबलू श्रीवास्तव आकाश साहू बबीता सिंह संतोष दुबे आदि शामिल हैं।

बहरहाल चाहे कड़ी धूप हो या बरसात हो दिन हो या रात हो कुछ समाजसेवी दिन रात नाले के बगल में पानी निकासी के लिए डटे रहे मोटर जनरेटर पाइप पोकलेन हिताची आदि की देखभाल और उनकी निगरानी करने में पिछले 28 दिनों तक जुटे रहे। जिनकी बदौलत मखदुमपुर मुंशी मोहल्ला पूरी बस्ती खतरे से बाहर निकली वही इंद्र भगवान की भी मेहरबानी थी वरना पूरी बस्ती डूब जाती। इन लोगों ने इस नाले में परसुडीह की ओर से आने वाली नाले का पानी का मुंह दूसरी तरफ मोड़कर भी इस नाले में कम पानी आने देने का जुगत बुलाया था। जिसका सकारात्मक परिणाम निकला मोटर पंपिंग सेट आदि से पानी निकाला जा रहा था और बरसात भी कभी कभार हो जा रही थी लेकिन इनके इस कार्य से स्थिति भयावह होने से बची और लोगों ने राहत की सांस ली। वरना स्थिति इतनी भयावह हो चली थी कि पूरी बस्ती ही डूब जाती।

बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में सिविल सर्जन ने फागिंग और ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव कराया

इधर समाजसेवियों के प्रयास और आग्रह पर सिविल सर्जन ने बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में फागिंग और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया। स्वास्थ्य जांच शिविर भी लग रहे हैं। हालांकि अभी और फागिंग ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव संक्रामक बीमारियों को रोकने के लिए उपाय करने की जरूरत है।

बता दें कि जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक मंगल कालिंदी जिला परिषद पूर्व उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह और वर्तमान उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा सहित कई नेताओं ने भी नाले की सफाई का प्रयास किया था लेकिन मामला इतना गंभीर था कि वह बिना रेलवे के असंभव था क्योंकि नाले के मुंह के पास रेलवे का टेलीफोन केबल भी था और तो और नाले की गहराई और मुंह का सही अनुमान लगाना मुश्किल था। जिस तरह से रेलवे ने प्रयास किया और आखिरकार सफलता मिली रेलवे को लाखों रुपए का इसमें खर्च आने की खबर है।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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