नीरज सिंह हत्याकांड में 8 साल बाद आया फैसला, पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत सभी आरोपी बरी

On: August 27, 2025 5:23 PM

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धनबाद: बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड मामले में जिला एवं सत्र न्यायाधीश-16 (एमपी-एमएलए कोर्ट) के विशेष न्यायाधीश दुर्दश चंद्र अवस्थी की अदालत ने बुधवार को बड़ा फैसला सुनाया। अदालत ने साक्ष्य के अभाव में सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
फैसले के बाद बचाव पक्ष के वकील मो. जावेद ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोप साबित करने में असफल रहा, इसलिए कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया। वहीं, नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने कोर्ट के फैसले पर असहमति जताते हुए कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे।
क्या था मामला
21 मार्च 2017 की शाम धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र स्थित स्टील गेट के पास अंधाधुंध फायरिंग कर पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, उनके ड्राइवर घल्टू महतो, पीए अशोक यादव और बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी गई थी। घटना के दो दिन बाद 23 मार्च को नीरज सिंह के भाई अभिषेक सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें चचेरे भाई और तत्कालीन झरिया विधायक संजीव सिंह, जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह, गया सिंह, महंत पांडे और सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह सहित कई लोगों के नाम दर्ज कराए गए थे।
पुलिस ने जांच के बाद कुल 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें शामिल थे:
1. यूपी अंबेडकर नगर का शूटर अमन सिंह
2. सुल्तानपुर का कुर्बान अली उर्फ सोनू
3. बलिया का चंदन सिंह उर्फ रोहित उर्फ सतीश
4. सुल्तानपुर का शिबू उर्फ सागर सिंह
5. सुल्तानपुर लंभुआ का पंकज सिंह
6. समस्तीपुर का डब्लू मिश्रा
7. झरिया का विनोद सिंह
8. सरायढेला का धनजी सिंह
9. जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह
10. झरिया का संजय सिंह
11. प्रयागराज का शार्प शूटर धर्मेंद्र प्रताप सिंह (मुन्ना बजरंगी गिरोह से जुड़ा)
3 दिसंबर 2023 को जेल के अंदर मुख्य शूटर अमन सिंह की हत्या कर दी गई थी।
लंबी कानूनी प्रक्रिया
इस मामले में 408 तारीखों पर सुनवाई हुई। 6 अलग-अलग अदालतों में मुकदमे की कार्यवाही चली। 3 जनवरी 2019 को आरोप तय किए गए। अभियोजन पक्ष ने 106 तारीखों पर 74 गवाहों में से 37 गवाहों को पेश किया और साक्ष्य दिए। बचाव पक्ष ने 86 तारीखों पर 5 गवाह प्रस्तुत किए। दोनों पक्षों की ओर से 49 तारीखों पर बहस हुई।
आरोपियों की वर्तमान स्थिति
जमानत पर: संजीव सिंह, जैनेंद्र सिंह उर्फ पिंटू, डब्लू मिश्रा, विनोद सिंह, सागर सिंह उर्फ शिबू, चंदन सिंह, कुर्बान अली, पंकज सिंह और धनजी सिंह।
जेल में: विनोद कुमार (धनबाद जेल), सागर सिंह (कोडरमा जेल), चंदन सिंह (पलामू जेल)।
तीनों आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जबकि बाकी आरोपी कोर्ट में मौजूद रहे।
यह मामला राजनीतिक रूप से भी बेहद संवेदनशील रहा है। मृतक नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह कांग्रेस से झरिया की पूर्व विधायक रही हैं। मुख्य आरोपी रहे पूर्व विधायक संजीव सिंह, नीरज सिंह के चचेरे भाई हैं। उनकी पत्नी वर्तमान में भाजपा से झरिया की विधायक हैं।