गुमला: छुट्रटी पर घर आए आर्मी के जवान ने कथित रूप से चाचा और चचेरे भाइयों ने जमीन बंटवारे में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग को लेकर अंचल कार्यालय के पास अपने परिवार के साथ पहुंच गया और खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय लोगों और सीओ आशीष कुमार मंडल ने उसे ऐसा करने से रोक दिया।
मामला झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड का है।
प्रखंड के गम्हरिया गांव निवासी सेना के जवान लक्ष्मण उरांव ने अंचल कार्यालय के पास पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह की कोशिश की। वह अपने चाचा और चचेरे भाइयों से परेशान है। जवान का आरोप है कि उसके चाचा और चचेरे भाइयों ने जमीन बंटवारे में हेराफेरी की है। न्याय की मांग करने के लिए वह अपने परिवार के साथ घाघरा अंचल कार्यालय पहुंचा। यहीं पर आत्मदाह करने की कोशिश की। अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर जैसे ही उसने आग लगाने का प्रयास किया, स्थानीय लोगों और सीओ आशीष कुमार मंडल ने उसे रोका।
लक्ष्मण ने अपने साथ एक जर्किन में पेट्रोल लेकर आया था। अंचल परिसर में पहुंचते ही उसने अपने शरीर पर पेट्रोल डाल लिया। जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि मेरी जमीन दिलाओ। मेरी जमीन दिलाओ। कहा कि अगर उसकी जमीन नहीं दिलवायी गयी, तो वह यहीं पर आत्महत्या कर लेगा। इसके बाद ग्रामीणों की काफी भीड़ जुट गयी। लोगों ने मिलकर उसे रोका। उधर, घटना की सूचना मिलने पर सीओ आशीष कुमार मंडल भी वहां पहुंचे। लक्ष्मण को अपने चैंबर में बुलाया और उसे समझाकर शांत कराया।
सेना के जवान लक्ष्मण उरांव ने कहा कि उसके चाचा और चचेरे भाइयों ने अपने हिस्से की जमीन के साथ-साथ उसके (लक्ष्मण के) हिस्से की भी जमीन बेच रहे हैं। 3 साल से सभी परेशान हैं। थाना कोई सुनवाई नहीं कर रहा। लक्ष्मण ने कहा कि अगर उसके हिस्से की जमीन उसे नहीं दिलायी गयी, तो वह अपने परिवार के साथ आत्महत्या कर लेगा।
मामले की जांच का दिया आदेश
सीओ ने लक्ष्मण को मंगलवार को थाना दिवस पर आने के लिए कहा। कहा कि उसके चाचा और उनके बेटों को भी बुलाया जायेगा। उसी दिन मामले का निपटारा किया जायेगा। सीओ ने कर्मचारियों को मामले की जांच का भी निर्देश दिया। हालांकि, लक्ष्मण मानने को तैयार नहीं था। बाद में उसके परिजनों ने उसे समझाया और साथ ले गये। इसके बाद वह परिवार और बच्चों के साथ गम्हरिया लौट गया। परिजनों ने बताया कि लक्ष्मण की तैनाती अरुणाचल प्रदेश है। अभी वह छुट्टी पर घर आया है।