रांची: झारखंड सरकार ने 1993 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अविनाश कुमार को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया है। कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग की ओर से मंगलवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई।
अविनाश कुमार को मुख्य सचिव की जिम्मेदारी के साथ-साथ मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव और नई दिल्ली स्थित झारखंड भवन के मुख्य स्थानिक आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। वहीं स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव को विकास आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
मुख्य सचिव बनने से पहले अविनाश कुमार ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे। इसके अलावा उन्होंने झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक और झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, रांची के प्रबंध निदेशक का भी दायित्व संभाला है।
अलका तिवारी के रिटायरमेंट के बाद हुआ चयन
पूर्व मुख्य सचिव अलका तिवारी 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रही थीं। हालांकि, उनका अंतिम कार्य दिवस 26 सितंबर को ही समाप्त हो गया था। इसके बाद नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के नामों पर गहन मंथन चला। इस दौड़ में निधि खरे और अजय कुमार सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के नामों की भी चर्चा थी, लेकिन अंततः अविनाश कुमार के नाम पर मुहर लगी।
मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं अविनाश कुमार
मुख्य सचिव बनने से पहले भी अविनाश कुमार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अपर मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत थे। उन्हें मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है। नई दिल्ली स्थित झारखंड भवन में स्थानिक आयुक्त के रूप में भी वे पहले से जिम्मेदारी निभा रहे थे।
झारखंड प्रशासनिक सेवा में अपने लंबे अनुभव और विभिन्न विभागों में जिम्मेदारियों के कारण अविनाश कुमार को संगठनात्मक दक्षता और कार्यकुशलता के लिए जाना जाता है। नए मुख्य सचिव के रूप में उनसे राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को गति देने की उम्मीद की जा रही है।
अविनाश कुमार बने झारखंड के नए मुख्य सचिव, 1993 बैच के हैं IAS अधिकारी

