बहराइच: उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के सुजौली क्षेत्र के भरथापुर गांव में बुधवार को दर्दनाक हादसा हो गया। खैरटिया गांव में आयोजित एक कार्यक्रम से लौट रहे ग्रामीणों की नाव कौड़ियाला नदी में पलट गई। नाव पर 25 लोग सवार थे, जिनमें से केवल चार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि 21 लोग अब तक लापता बताए जा रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मौके पर एसपी रामनयन सिंह, एडीएम अमित कुमार, एसडीएम मिहींपुरवा सहित कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी राहत-बचाव कार्य में जुट गए। देर रात तक लापता लोगों की तलाश जारी रही।
जानकारी के अनुसार, भरथापुर गांव निवासी लक्ष्मीनारायण, रानी देवी, ज्योति, हरिमोहन सहित लगभग 25 ग्रामीण एक नाव पर सवार होकर खैरटिया गांव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वापसी के दौरान कौड़ियाला नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने और तेज बहाव के कारण नाव हिचकोले खाने लगी और देखते ही देखते पलट गई।
ग्रामीणों के मुताबिक, पैदल मार्ग लंबा और दुर्गम होने के कारण सभी ने नाव से ही लौटने का निर्णय लिया था। हादसे के बाद आसपास मौजूद ग्रामीणों ने हरिमोहन, ज्योति, रानी देवी और लक्ष्मीनारायण को किसी तरह नदी से निकाल लिया। बाकी 21 लोगों की तलाश में प्रशासन ने गिरिजापुरी स्थित चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट बंद कर पानी के बहाव को नियंत्रित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, इस दुर्घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ तत्काल दुर्घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने यह भी कहा है कि राहत और बचाव कार्य सुचारू और तेज गति से कराना सुनिश्चित किया जाए। फिलहाल स्थानीय प्रशासन मौके पर मौजूद है और बचाव अभियान में पूरी तरह जुटा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, बीते दिनों घाघरा बैराज का क्लोजर समय पूरा होने के बाद जब गेट खोले गए, तो कौड़ियाला और गेरुआ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया था। तेज धारा के चलते नाव का संतुलन बिगड़ गया और यह हादसा घटित हो गया।
प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं, वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजन और ग्रामीण नदी किनारे अपने लापता प्रियजनों की सलामती की दुआ कर रहे हैं।














