सिल्ली :- सोहराय पर्व के अवसर पर बरद भिड़का कार्यक्रम किया गया। बरद भिड़का कार्यक्रम में गाँव के जगह-जगह खंटा गाड़ कर मोटे रस्सी से बैल को बांधकर ढोल नगाड़े बजाकर बैल को नचाया गया। इस कार्यक्रम में गाँव के हर उम्र के लोग मिलकर करते हैं। गाँव की महिलाओं ने मिलकर खंटा का विधिवत पूजन किये। फिर गाँव के लोग बरद भिड़का कार्यक्रम करते हैं। इसमें गीत गाने और नचाने वालो में दशरथ महतो,रामपदो,परमेश्वर,रुपेश,बिरेन,गंगाधर चंन्द्रमोहन,जितेन्द्र,सुधीर मिर्धा थे। और कार्यक्रम में पुरे गाँव की महिलाऐं और पुरुष उपस्थित थे। कार्यक्रम के व्वथा में रंजीत,महतो,बिमल,विकाश,सुजीत,जयन्त, बंशीधर, उपेन्द्र, जगन्नाथ कमलेश,कैलाश, रतन कुमार आदि मुख्य थे। इस कार्यक्रम कि जानकारी चण्डी प्रसाद महतो ने दी।
सोहराय पर्व के अवसर पर किता गाँव में किया गया बरद भिड़का कार्यक्रम









