गुलावठी (हापुड़): करवा चौथ से पहले एक परिवार की खुशियों को ऐसा ग्रहण लगा कि पूरा गांव मातम में डूब गया। बुधवार को थाना हाफिजपुर क्षेत्र के भटियाना गांव की 35 वर्षीय अनुराधा अपने पति हरिओम के साथ त्योहार की खरीदारी के लिए गुलावठी बाजार जा रही थीं। लेकिन धौलाना थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने इस परिवार की दुनिया उजाड़ दी।
मध्य गंग नहर पुल के पास जब उनका बाइक सवार परिवार कपूरपुर के पास पहुंचा, तभी सामने से आ रहे एक ट्रक ने संतुलन खो दिया। बताया जा रहा है कि ट्रक चालक सड़क पर बने गहरे गड्ढे से बचने की कोशिश में अनियंत्रित हो गया और बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दी।
हादसा इतना भयानक था कि इंसानियत कांप उठी
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अनुराधा का शरीर बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया। दिल दहला देने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद अनुराधा का दिल सीने से बाहर निकलकर सड़क पर जा गिरा और कुछ समय तक धड़कता रहा। इस मंजर को देखकर वहां मौजूद लोगों की रूह कांप उठी। हर ओर चीख-पुकार मच गई।
पति हरिओम पत्नी को इस हालत में देखकर बेसुध हो गए। उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ती पत्नी को देखकर दिल दहला देने वाली चीख मारी। वे स्वयं भी गंभीर रूप से घायल हो गए और सड़क पर तड़पते रहे। राहगीर और ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस व पुलिस को सूचना दी।
ट्रक चालक को ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस के हवाले किया
स्थानीय लोगों ने हादसे के बाद भागने की कोशिश कर रहे ट्रक चालक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल हरिओम को अस्पताल भेजा और अनुराधा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि, बिना परिजनों को सूचना दिए शव भेजे जाने पर स्वजन भड़क गए और पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताई।
सीओ पिलखुवा अनीता चौहान ने मौके पर पहुंचकर लोगों को किया शांत
परिजनों की नाराजगी को देखते हुए सीओ पिलखुवा अनीता चौहान मौके पर पहुंचीं और लोगों को समझाकर स्थिति को शांत किया। पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की असली वजह की गहन जांच की जाएगी, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक मां की मौत, बच्चों की आंखों में गहराता खालीपन
अनुराधा की मौत से न केवल उनके पति हरिओम बल्कि उनके दो मासूम बेटे आयुष और आरव का बचपन मातम में बदल गया है। अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हरिओम को अभी तक होश नहीं आया है। पूरा परिवार गहरे सदमे में है। गांव भटियाना में करवा चौथ की खुशियों की जगह मातम पसरा हुआ है।
टूट गए करवा चौथ के सपने, रह गया सिर्फ दर्द
त्योहार से ठीक पहले हुआ यह दर्दनाक हादसा कई सवाल खड़े करता है, क्या गड्ढों से भरी सड़कों की जिम्मेदारी किसी की नहीं? क्या हर आम आदमी की जान इतनी सस्ती हो गई है? अनुराधा की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम पर करारा तमाचा है।











