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मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का होगा सत्यापन, अयोग्य से पैसे भी वसूले जाएंगे

On: December 13, 2024 11:10 AM
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झारखंड वार्ता

रांची:- जिले में भी मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का भौतिक सत्यापन होगा। इस दौरान अयोग्य लाभुकों से पैसे की वसूली भी की जाएगी। रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने जिले के सभी बीडीआे,सीआे को एक-एक लाभुकों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि 28 दिसंबर तक हर हाल में सत्यापन करके रिपोर्ट दें। शहरी क्षेत्र में अंचलाधिकारी आैर ग्रामीण क्षेत्र में प्रखंड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से लाभुकों का सत्यापन कराएंगे। मालूम हो कि मंईयां सम्मान योजना के तहत बड़े पैमाने पर अयोग्य लोगों द्वारा लाभ लेने की बात सामने आई है। इसे देखते हुए हरेक जिले में लाभुकों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है।

उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में यदि कोई अयोग्य लाभुक है तो उसे चिह्नित करते हुए सूची से उनका नाम हटाया जाए। ऐसे अयोग्य लाभुकों से सम्मान राशि के रूप में प्राप्त लाभ की वसूली भी करने का निर्देश दिया गया है। शहरी क्षेत्रों में एलयूएलएम के सीआरपी के माध्यम से वार्डवार स्वीकृत लाभुकों का सत्यापन किया जाना है।

ग्रामीण क्षेत्रों में प्रखंड विकास पदाधिकारी व शहरी क्षेत्रों में अंचलाधिकारी अपने क्षेत्र के अंतर्गत लाभुकों के सूची के प्रति उत्तरदायी होंगे। उपायुक्त ने कहा है कि किसी भी परिस्थिति में योजना का लाभ किसी अयोग्य लाभुक को प्राप्त नहीं होना चाहिए। ज्ञात हो कि दिसंबर के बाद इस योजना में आधार आधारित एकल बैंक खाते के माध्यम से लाभुकों को भुगतान होना है।

दिसंबर से मंईयां की राशि 25 सौ करने की पहले ही हो चुकी है घोषणा

राज्य सरकार दिसंबर से सभी योग्य महिलाओं को मंईयां योजना के तहत 2,500 रुपये देने की घोषणा पहले ही कर चुकी है। अनुपूरक बजट में इस योजना के तहत महिला, बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा विभाग को 6,390.55 करोड़ रुपये देने के प्रस्ताव को विधानसभा से पास भी किया जा चुका है। बता दें पिछले माह तक मंईयां के प्रति लाभुक को एक हजार रुपये दिए जा रहे थे।

रांची डीसी के निर्देश की मुख्य बातें

● अयोग्य लाभुक को चिह्नित कर सूची से हर हाल में नाम हटाएं

● अयोग्य लाभुक से सम्मान राशि के रूप में प्राप्त लाभ वसूल करें

● ग्रामीण क्षेत्र में बीडीओ, शहरी में सीओ सूची के लिए उत्तरदायी

● शहरी क्षेत्र में वार्डवार स्वीकृत लाभुकों का सत्यापन करें

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

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