पटना: सोशल मीडिया की दुनिया में विवादित कंटेंट से सुर्खियां बटोरने वाले भोजपुरी यूट्यूबर मनी मेराज को शनिवार को यूपी पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि मेराज अपने एक दोस्त से मिलने बेऊर इलाके पहुंचे था, तभी पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें हिरासत में ले लिया और गर्दनीबाग थाने ले गई।
गिरफ्तारी के तुरंत बाद यूपी पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड की प्रक्रिया शुरू की और मेराज को देर रात जज के आवास पर पेश किया गया। हालांकि, जरूरी दस्तावेजों की कमी के कारण रिमांड आदेश नहीं मिल सका। उनके वकील शिवनंद भारती ने पुलिस कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया कानूनी रूप से त्रुटिपूर्ण है।
शिवनंद भारती का दावा है कि यह मामला रेप नहीं बल्कि लिव-इन रिलेशनशिप से जुड़ा विवाद है, जिसे “साजिश के तहत बड़ा रूप दिया गया है।” उनका कहना है कि मनी मेराज को बदनाम करने की एक संगठित कोशिश चल रही है।
मनी मेराज फिलहाल पटना के गर्दनीबाग थाने में यूपी पुलिस की कस्टडी में हैं। रविवार सुबह लगभग 10:30 बजे ट्रांजिट रिमांड के लिए पटना सिविल कोर्ट में दोबारा आवेदन किया जाएगा।
आरोपों की गंभीरता
जानकारी के मुताबिक, मेराज के खिलाफ शिकायत उनकी को-एक्टर ने की है, जिसने आरोप लगाया कि 14 अप्रैल 2022 को मनी मेराज ने उसे नशीला पदार्थ मिला कोल्ड ड्रिंक पिलाकर दुष्कर्म किया।
शिकायतकर्ता युवती का कहना है कि मेराज ने उसके साथ मानसिक, धार्मिक और शारीरिक उत्पीड़न किया और पिछले तीन वर्षों से विभिन्न तरीकों से शोषण करता रहा।
युवती ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया है कि मनी मेराज ने उसके साथ लव जिहाद जैसी हरकतें कीं। इस संबंध में 18 सितंबर 2025 को गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) में एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस जांच जारी
यूपी पुलिस ने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है और जांच कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जारी है। पुलिस सभी साक्ष्यों, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स और बयानों की जांच कर रही है। अधिकारियों ने कहा कि दोनों पक्षों के अधिकारों की पूरी रक्षा की जाएगी और जांच पारदर्शी तरीके से पूरी होगी।
सोशल मीडिया पर बहस तेज
मनी मेराज की गिरफ्तारी की खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। कुछ लोग इसे न्यायिक प्रक्रिया की स्वाभाविक कार्रवाई बता रहे हैं, तो वहीं कुछ यूजर्स इसे यूट्यूबर की विवादास्पद छवि और सस्ती लोकप्रियता की कीमत मान रहे हैं।
वकील शिवनंद भारती ने कहा, “हम केवल इतना चाहते हैं कि जांच निष्पक्ष हो। किसी भी पक्ष पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाया जाए।”
फिलहाल पूरे प्रकरण ने पटना और यूपी दोनों राज्यों की पुलिस व्यवस्था के साथ-साथ डिजिटल कंटेंट क्रिएशन जगत में भी हलचल मचा दी है।














