हजारीबाग: अवैध कोयला खनन के खिलाफ वन विभाग ने बड़ा एक्शन लेते हुए 32 अवैध कोयला खदानों को सील कर दिया है। जिससे कोयला माफियाओं में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन खदानों में जोखिम काफी था लोग अवैध कोयला की निकासी धड़ले से कर रहे थे। जिसे डोजर के द्वारा खदानों का मुंह बंद कर दिया गया।
बताया जाता है कि बड़कागांव क्षेत्र में कई जगहों पर छोटे-छोटे मुहाने बनाकर अवैध खनन किया जा रहा था।
स्थानीय लोग इन खदानों से कोयला निकालकर जिले के विभिन्न फैक्ट्रियों और ईंट भट्ठों को सप्लाई करते थे। खनन के दौरान जब खदानों में पानी भर जाता था, तो उसे निकालने के लिए पंप का भी इस्तेमाल किया जाता था।
वन विभाग के बड़ा बाबू ए के परमार के मुताबिक कोयला परिवहन के लिए ट्रैक्टरों का उपयोग किया जाता था और जंगल में नए रास्ते बनाने के लिए पेड़ों की अवैध कटाई भी की जा रही थी। कार्रवाई के दौरान विभाग ने खनन में प्रयुक्त कई उपकरण भी जब्त किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि गुप्त सूचना के आधार पर योजनाबद्ध तरीके से यह कार्रवाई की गई। यहां याद दिला दें कि इस अवैध खनन में ईंट भट्ठा संचालक भी शामिल थे, जो ग्रामीणों को एडवांस पेमेंट देकर कोयले की सप्लाई करवाते थे।