प०बंगाल:ईडी का बड़ा एक्शन, ताला तोड़ टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर पर रेड, सुरक्षा बलों ने पूरे गांव को घेरा
पश्चिम बंगाल : राशन घोटाले में ईडी का बड़ा एक्शन लेने की खबर है। 24 नार्थ परगना स्थित टीएमसी नेता शाहजहां शेख के गांव को सुरक्षा बलों ने घेर लिया और ईडी की टीम ताला तोड़कर उसके आवास पर रेड कर रही है। ईडी की इतनी बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि ईडी की टीम पूरी तैयारी के साथ इस बार एक्शन मोड में है। उनके साथ CRPF की एक कंपनी भी है। तकरीबन दो दर्जन गाड़ियों में केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवान तैनात हैं।इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी मदद के लिए मौके पर मौजूद है। टीम आंसू गैस के साथ-साथ दंगा रोधी ब्रिगेड के साथ पहुंची है।
बता दें कि पिछले दिनों छापामारी करने गई ईडी की टीम पर लाठी डंडे आदि से लैस भीड़ ने हमला बोल दिया था। बताया जाता है कि कथित रूप से शाहजहां शेख के कहने पर भीड़ ने हमला बोला था। इस अप्रत्याशित हमले में ईडी के तीन बड़े अफसर भी घायल हो गए थे।हमले में ईडी के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षाबलों के वाहनों पर भी तोड़फोड़ की गई थी।
बताया जाता है कि शाहजहां शेख की नॉर्थ परगना स्थित संदेश खाली में तूती बोलती है वह उत्तर 24 परगना का जिला परिषद भी रह चुका है।शेख ने पश्चिम बंगाल में वामपंथी सरकार के दौर में राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। शाहजहां शेख शुरुआत में सीपीआईएम में था। इसके बाद वह टीएमसी नेता ज्योतिप्रियो मल्लिक की मदद से 2009-2010 के आसपास तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया।शेख ने कई बार पंचायत चुनाव लड़ा और स्थानीय पंचायत के सदस्य के रूप में चुना गया।
विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि शाहजहां शेख स्थानीय इलाके में कुख्यात है।वह एक हत्या के मामले में प्राथमिकी नामित अभियुक्त था हालांकि, बंगाल पुलिस शेख को पूरी तरह से क्लीनचिट दे चुकी है।हत्या के मामले के अंतिम आरोप पत्र से शेख का नाम हट चुका है।टीएमसी नेता के खिलाफ 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा और विपक्षी दलों के उम्मीदवारों और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप लग चुके हैं। शेख ने 2022 में आखिरी पंचायत चुनाव लड़ा और 34,000 से अधिक वोटों से उत्तर 24 परगना जिले के जिला परिषद का सदस्य चुना गया।
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