रांची :- राजधानी में पुलिस ने चरस की सप्लाई करने वाले एक आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गये लोग सड़क मार्ग से नहीं बल्कि फ्लाइट से नशीले पदार्थों की सप्लाई करने का काम कर रहे थे. पकड़े गये लोग फ्लाइट से दिल्ली जाते थे और दिल्ली में चरस खरीदने के बाद राजधानी एक्सप्रेस से रांची लौटते थे. पुलिस ने इनके पास से 200 ग्राम चरस, दो देसी पिस्तौल और एक जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.
रांची पुलिस को शहर के अंदर नशीले पदार्थ बेचने वाले गिरोह के बारे में पहले से सूचना थी, जिसके आधार पर रांची के एसएसपी ने कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में एक टीम गठित की और फिर सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के पहाड़ी मंदिर के पास गिरोह के सरगना मदन कुमार उर्फ सोनू, सिंटू जायसवाल और सरताज शाह को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह के सरगना समेत बाकी लोगों से जब पूछताछ की तो कई जानकारी निकल कर सामने आई. पकड़े गये लोगों ने पुलिस को बताया है कि वे दिल्ली में हिमाचल प्रदेश के मनाली का रहने वाला एक व्यक्ति चरस लिया करते थे. चरस खरीदने के बाद वे लोग उसे रांची में 3 गुने दाम पर बेच दिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक पकड़े गये लोग बड़े ही शातिर तरीके से चरस की सप्लाई करते थे. गिरोह के सदस्यों ने इसके लिए एक नायाब तरीका निकाला था. वे आलू चिप्स पैकेट में छुपा कर अफीम के डोडे की तस्करी करते थे.
रांची पुलिस ने राजस्थान नंबर की एक कंटेनर ट्रक को चेकिंग के लिए रोका उलके बाद कंटेनर के अंदर 50 बड़े-बड़े बोरे में आलू चिप्स के पैकेट थे. इन पैकेट को हटाने के बाद पुलिस की आंखें फटी कि फटी रह गईं. यहां करीब 35 क्विंटल मादक पदार्थ को छुपाकर ले जाया जा रहा था.
रांची पुलिस के मुताबिक गिरोह के लोगों का अपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस के मुताबिक तीनों ने रांची के रहने वाले एक नगर निगम के पार्षद ओमप्रकाश के घर पर गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया था. जमानत पर छूटने के बाद ये लोग चरस की तस्करी में जुट गये.