दुमका :- झारखंड प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉक्टर लुईस मरांडी ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गरीब, आदिवासी, दलित, महिला, किसान और युवा विरोधी करार दिया और कहा कि राज्य सरकार ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में सभी वर्ग के लोगों को निराश किया है।
डॉ. मरांडी सोमवार को दुमका में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केन्द्र की भाजपा सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल में सभी वर्ग के लोगों के कल्याण के लिए किये गये कार्यों के साथ 2014-2019 तक दुमका समेत झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में किये गये विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के नौ वर्ष और पूर्ववर्ती राज्य सरकार के पांच के कार्यकाल में झारखंड की उपराजधानी दुमका को कई बड़ी बड़ी सौगात मिली। इसमें दुमका में मेडिकल कॉलेज सहित कई बेहतर शैक्षणिक संस्थान, झारखंड में मयूराक्षी नदी पर कुमड़ाबाद से मकरमपुर तक पूरे राज्य में सबसे लम्बी पुल निर्माण, ग्रामीण इलाके में पानी टंकी से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सहित कई पुल और सड़कों का निर्माण शामिल हैं।
इसके साथ ही दुमका में बन कर तैयार हवाई अड्डे से शीघ्र ही हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद है। पूर्व मंत्री ने राज्य में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर विकास विरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनावी वायदे के अनुरूप संविदा पर कार्यरत युवाओं को स्थायी नहीं कर युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया। सेना की जमीन सहित दलितों की जमीन को भी हड़पा जा रहा है। इससे स्पष्ट हो गया है कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार हर मोर्चे पर विफल होने के साथ गरीब आदिवासी, महिला, दलित, किसान और नौजवान विरोधी साबित हुई है। डॉ. मरांडी ने कहा कि कि वर्तमान राज्य सरकार की कथनी और करनी में काफी अंतर है। उन्होंने राज्य में इस भीषण गर्मी में बिजली की अनियमित आपूर्ति और दयनीय हालत पर गम्भीर चिंता जताते हुए कहा कि साल 2014 से 2019 के बीच साठ महीने के कार्यकाल में जहां आमलोगों को 22-23 घंटे निर्बाध बिजली मिलती थी वहीं, वर्तमान में राज्य वासियों को 7-8 घंटे भी बिजली नहीं मिल पा रही है।