रांची: जामताड़ा के कांग्रेसी विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी का भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर विवादित बयान बाजी का मामला इस कदर तूल पकड़ लिया है कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान भाजपा विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता विधायक इरफान पर हमला करने के लिए दौड़े इसी बीच भाजपा विधायक उमाशंकर अकेला में उन्हें रोक लिया।यह सब देख स्पीकर रविन्द्रनाथ महतो खड़े हो गए और गुस्से में बोले सदन अखाड़ा है क्या!
मामला कुछ इस प्रकार है मॉनसून सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इरफान अंसारी के बयान पर बवाल मच गया। मेहता ने कहा कि सदन में कान पकड़कर इरफान अंसारी माफी मांगें।ऐसा नहीं करने पर मैं उनकी ऐसी की तैसी कर दूंगा।मंदिर में जाते हैं, चुनरी ओढ़कर ड्रामा करते हैं, टीका मिटाते हैं।इसके बाद जैसे ही इरफान सदन के अंदर आये, मेहता बांह चढ़ाते हुए इरफान की ओर इशारा करते हुए बोले कि आओ इधर आओ और मारने के लिए दौड़ पड़े।
शशिभूषण मेहता के रवैय्ये को देखते हुए स्पीकर ने गुस्से में कहा कि सदन अखाड़ा है क्या? मार्शल की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें बाहर निकालिए संसदीय मर्यादा नहीं समझते हैं। खुद को पढा लिखा बोलते हैं और बोलने का तरीका नहीं है।