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गोड्डा: सूर्या हांसदा के एनकाउंटर को लेकर राजनीतिक हलचल लगातार बढ़ती जा रही है। विपक्षी दलों ने सरकार और पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अब भाजपा ने इस मामले की गहराई से पड़ताल करने के लिए सात सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है।


भाजपा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, इस जांच दल का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा करेंगे। टीम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही, पूर्व सांसद सुनील सोरेन, प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक अमित मंडल, पूर्व विधायक रणधीर सिंह और अनीता सोरेन शामिल हैं।

भाजपा जिला अध्यक्ष संजीव मिश्रा और मीडिया प्रभारी बिमंत साह ने जानकारी दी कि यह दल 17 अगस्त को गोड्डा जिले के डकट ललमटिया स्थित सूर्या हांसदा के घर जाकर परिजनों से मुलाकात करेगा और घटना से जुड़े तथ्यों को इकट्ठा करेगा।

भाजपा का आरोप है कि सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं बल्कि मर्डर किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और चंपाई सोरेन पहले ही इस मुठभेड़ पर सवाल उठा चुके हैं। अब गठित जांच टीम मौके पर जाकर पुलिस कार्रवाई की सच्चाई सामने लाने का प्रयास करेगी।

कौन थे सूर्या हांसदा?

सूर्या हांसदा झारखंड की राजनीति में जाना-पहचाना नाम रहे हैं। वे बोरियो विधानसभा क्षेत्र से चार बार चुनाव लड़ चुके थे। दो बार बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से, एक बार भाजपा से और पिछला चुनाव जयराम महतो की पार्टी जेएलकेएम से लड़ा था।

हालांकि, उनके ऊपर लगभग दो दर्जन आपराधिक मामले भी दर्ज थे। 11 अगस्त को पुलिस मुठभेड़ में उनकी मौत हो गई। इसके बाद से ही विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को संदिग्ध बताते हुए इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है।