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पप्पू यादव और कन्हैया कुमार की हुई फजीहत, राहुल गांधी के मंच पर चढ़ने से दोनों को रोका गया

On: July 9, 2025 5:22 PM
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पटना: विपक्ष ने बुधवार को वोटर लिस्ट रिवीजन के विरोध में विपक्ष ने बुधवार को बिहार बंद बुलाया था। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे। विरोध प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी गाड़ी पर सवार होकर चुनाव आयोग के ऑफिस के लिए निकले। इस दौरान उनके साथ राजद नेता तेजस्वी यादव, मुकेश सहनी सहित विपक्ष के अन्य नेता मौजूद थे। हालांकि इस दौरान एक अप्रत्याशित घटना देखने को मिली। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को को फजीहत झेलनी पड़ी। दोनों नेताओं को राहुल गांधी की गाड़ीनुमा मंच पर चढ़ने से रोका गया।

दरअसल, बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट रिवीजन का काम शुरू कर दिया है। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र और राज्य सरकार साजिश के तहत वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन करा रही है। आरोप है कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के बहाने गरीबों का नाम वोटर लिस्ट से काटने की साजिश रची जा रही है। इसके खिलाफ सबसे पहले पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने पूरे बिहार में चक्का जान करने का ऐलान किया था। पप्पू यादव के इस एलान के बाद कांग्रेस और आरजेडी ने पप्पू यादव के आंदोलन को झपट लिया और बिहार बंद का ऐलान कर दिया। तय समय पर दिल्ली से कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पटना पहुंच गए। राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव और महागठबंधन के नेता पटना के आयकर चौराहा पहुंचे और यहां से मार्च की शुरुआत की लेकिन इस दौरान पप्पू यादव और कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार को रथ पर सवार नहीं होने दिया गया। पप्पू यादव और कन्हैया ने रथ पर चढ़ने की पुरजोर कोशिश की लेकिन लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण वहां मौजूद गार्ड्स ने दोनों को धक्का देकर वहां से हटा दिया। पप्पू यादव और कन्हैया कुमार कांग्रेस का झंडा लेकर भीड़ में धक्कामुक्की झेलते रहे।

बता दें कि पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले पूर्णिया से टिकट पाने के लिए अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था। पप्पू यादव और उनके बेटे ने दिल्ली में जाकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी लेकिन कांग्रेस ने कभी भी पप्पू यादव को अपनी पार्टी का नेता या कार्यकर्ता नहीं माना। भले ही पप्पू यादव पार्टी का झंडा ढोते रहे लेकिन जब चुनाव आया तो लालू प्रसाद ने पूर्णिया का टिकट बीमा भारती को दे दिया और पप्पू यादव मुंह देखते रह गए थे। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने के बाद लालू की राजनीति के शिकार पप्पू यादव ने आरजेडी उम्मीदवार बीमा भारती के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। एक गठबंधन में होने के बावजूद बीमा भारती और पप्पू यादव ने एक दूसरे के खिलाफ चुनाव में ताल ठोका। इस दौरान कांग्रेस आलाकमान ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली। आखिरकार चुनाव के नतीजे सामने आए और पप्पू यादव ने बीमा भारती को हराकर चुनाव में जीत दर्ज की। पप्पू यादव लगातार दावा करते रहे हैं कि वह कांगेस में हैं लेकिन कांग्रेस ने अबतक उन्हें वह सम्मान नहीं दिया जिसके वह हकदार थे। बिहार बंद के बहाने एक तरफ जहां तेजस्वी यादव ने पप्पू यादव और कन्हैया कुमार से अपनी पुरानी सियासी अदावत का हिसाब बराबर कर लिया तो वहीं कांग्रेस ने भी बता दिया है कि पार्टी में पप्पू यादव की हैसियत क्या है।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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