नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 से होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अब प्राइवेट कैंडिडेट्स के पास एडिशनल सब्जेक्ट लेने का विकल्प नहीं होगा। यह फैसला बिना किसी पूर्व सूचना के लागू कर दिया गया है। इस कदम से हजारों छात्र प्रभावित होंगे और सोशल मीडिया पर नाराजगी भी देखने को मिल रही है।
छात्रों में गुस्सा और चिंता
कई छात्रों का कहना है कि उन्होंने अपने करियर की योजना एडिशनल सब्जेक्ट के विकल्प को ध्यान में रखकर बनाई थी। खासतौर पर वे स्टूडेंट्स जिन्होंने ड्रॉप ईयर लेकर बेहतर नंबर लाने या JEE-NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बैकअप ऑप्शन तैयार किया था, अब मुश्किल में पड़ गए हैं।
फॉर्म में नहीं दिखा विकल्प
प्राइवेट कैंडिडेट्स के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म 13 सितंबर से जारी किए गए। छात्रों का कहना है कि फॉर्म में अब सिर्फ इम्प्रूवमेंट, फेलियर्स और कंपार्टमेंट जैसी कैटेगरीज ही दी गई हैं, लेकिन एडिशनल सब्जेक्ट की कैटेगरी पूरी तरह हटा दी गई है।
हेल्पलाइन से नहीं मिला समाधान
नाराज छात्र लगातार CBSE की हेल्पलाइन पर संपर्क कर रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं मिल पा रहा। कुछ छात्रों का कहना है कि उन्हें इंतजार करने की सलाह दी गई, जबकि कुछ ने बताया कि फोन तक नहीं उठाया जा रहा।
समय की कमी से बढ़ी परेशानी
छात्र CBSE की आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनके पास ज्यादा समय नहीं है। इस वजह से हजारों छात्र दुविधा में हैं कि आगे कौन-सा रास्ता अपनाएं।
फॉर्म भरने की अंतिम तिथि : 30 सितंबर 2025
लेट फीस के साथ अंतिम तिथि : 11 अक्टूबर 2025














