हजारीबाग :- जैन धर्म का दस दिवसीय दशलक्षण पयूर्षण महापर्व का आज दसवां दिन प्रातः दोनों दिगंबर जैन मंदिर में अभिषेक शांति धारा तथा भगवान 1008 वासुपूज्य स्वामी जी का मोक्ष कल्याणक निवार्ण लाडू चढ़ाया गया ।आज महापर्व का उत्तम ब्रह्मचर्य के दिन में सभी भक्तगण ने पूजा अर्चना पाठ किया।
पंडित नयन जी के सान्ध्यि में चल रहे तेरह दीप महामंडल विधान में बड़े ही भक्ति भाव उल्लास उमंग के साथ सभी भक्त ने पूजा अर्चना की। पंडित नयन जी शास्त्री , सागानेर ने उत्तम ब्रह्मचर्य पर अपने मंगल प्रवचन में कहा कि ब्रह्मचर्य ही जीवन है ,आनंद है ,सुखसाग है , अपार शांति है ।
आत्मा में रमणे का नाम है उत्तम ब्रह्मचर्य है। उत्तम ब्रह्मचर्य महान व्रत है ,यही कारण है कि जब नव धर्म धारण होंगे तभी दसवां ब्रह्मचर्य धर्म धारण होगा। जिसने ब्रह्मचर्य धर्म को धारण किया है वह भगवान का लघुनंदन है।
दोपहर में अनंत चतुर्दशी पर निकाली गई भव्य शोभा यात्रा। दशलक्षण पर्व की समाप्ति एवं अनंत चतुर्दशी के अवसर पर दोपहर 2:00 बजे दिगंबर जैन मंदिर बाड़म बाजार से निकली गई शोभा यात्रा । शोभा यात्रा नगर भ्रमण करते हुए मुख्य मार्गो से होती हुई पांडोकशिला पहुंची ।
पंडोकशिला में श्री जी का अभिषेक व शांति धारा का कार्यक्रम हुआ तत्पश्चात वहां से फिर नगर भ्रमण कर शोभायात्रा बाड़म बाजार में समाप्त हुई। सभी पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र में और महिलाएं केसरिया वस्त्र धारण कर शोभा यात्रा की शान बढ़ा रही थी। भजन मंडली की टीम शोभा यात्रा में भजनों से सभी का मनमोहन लिया ।श्री जी की पालकी को लेकर भक्तगण श्वेत वस्त्र में चल रहे थे तथा सभी लोगों ने धूप अर्जन किया और तथा जगह-जगह श्री जी की आरती उतारी गई ।
महिलाएं केसरिया वस्त्र धारण कर चल रही थी। पूरा नगर जयकारों से गूंज रहा था। संध्या में दोनों मंदिरों में भव्य महाआरती , णमोकार जाप, भक्तामर पाठ शास्त्र वाचन पंडित नयन जी के द्वारा किया गया । रात्रि में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व पारितोषिक वितरण का कार्यक्रम जैन युवा परिषद के द्वारा किया गया। कल हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में छोटे बच्चों के द्वारा लिटिल चैंप्स का प्रदर्शन किया गया जिसमें विद्यासागर ज्ञान पाठशाला के बच्चों ने अपने प्रस्तुति से भक्तों ने मनमोह लिया। तीन साल की बच्ची भी पूजन की लाइन बोल रही थी ,यह सब सुसंस्कारित , अनुशासीत हो रहे हैं
जैन समाज की महिलाओं के शिक्षण के द्वारा। महिलाओं के द्वारा ज्ञान पाठशाला हर रविवार को चलती है। जैन महिला समिति की सचिवा निर्मला लुहाड़िया , शिक्षिका व संचालन रश्मि बोहरा के द्वारा किया गया। चित्र अनावरण अनिल छाबड़ा , विकास अजमेरा , ऋषि बड़जात्या ,अनिमेष बोहरा , अभय छाबड़ा व टिंकू लुहाड़ीया ने किया । दीप प्रज्वलन पवन संगीता टोंग्या , महावीर प्रसाद विजय लुहाडिया ,अनीता अजमेरा , निर्माला लुहाड़िया,सुधा छाबड़ा व लता पाण्डया ने किया । प्रभारी विजय लुहाड़िया ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चों ने अपने टैलेंसी से और विद्यालय में जो उन्होंने संस्कार पाया इसका उन्होंने प्रदर्शन किया
और यह विद्यालय सिर्फ धर्म के लिए नहीं हर क्षेत्र में बच्चों को निखारने का काम करती है ,अनुशासन को बढ़ाती है।शैक्षिक प्रदर्शन में वृद्धि कराती है और शिक्षिकाएं महत्वपूर्ण जीवन कौशल सिखाती है। दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष धीरेन्द्र सेठी , महामंत्री पवन अजमेरा ने सभी को बधाई व शुभकामनाएं दी। निर्णायक मंडल के जेपी विनायका ने भी अपने दो शब्द पाठशाला के बच्चों और शिक्षिकाओं के लिए रखें।प्रभारी विजय लुहाड़ीया ने बताया की दशलक्षण व्रत रखे सभी व्रतधारी को पूरे देश में अपने अपने जगह सम्मान किया जाएगा तथा 30 सितंबर दिन शनिवार को क्षमावाणी पर्व व रत्नत्रय व्रत, तेला व सोलह कारण व्रत पूर्ण होगा। क्षमावाणी महापर्व पर सभी भक्तगण एक दुसरे से क्षमा याचना करेंगे।इसी के साथ यह दस दिवसीय महापर्व समाप्त हो जाएगा।