Chaitra Navratri 2025: आज से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गई है। आज घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 6:15 से रहेगा। इस बार तृतीया तिथि घटने से 8 दिनों की नवरात्रि रहेगी। 6 अप्रैल, रामनवमी को नवरात्रि का आखिरी दिन रहेगा। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है, और इसे खासतौर पर कलश स्थापना और मां शैलपुत्री की पूजा से शुरू किया जाता है। खास बात यह है कि इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन नहीं बल्कि 8 दिन की होगी। इसी दिन से हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत होती है, इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। यहां हम आपको नवरात्रि के पहले दिन संपूर्ण पूजा विधि शुभ मुहूर्त के साथ बताएंगे।
घटस्थापना शुभ मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर 10 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से लेकर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। भक्त अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं।
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री
मां दुर्गा की मूर्ति या तस्वीर, आसन के लिए लाल रंग का कपड़ा, फूल, फूल माला, आम के पत्ते, बंदनवार, पान, सुपारी, लौंग और बताशे। इसके अलावा हल्दी की गांठ, थोड़ी पीसी हुई हल्दी, मौली, रोली, कमलगट्टा, शहद, शक्कर, पंचमेवा, गंगाजल, नैवेध, जावित्री, नारियल जटा वाला और सूखा नारियल भी रख लें। आप नवग्रह पूजन के लिए सभी रंग या फिर चावलों को रंग लें, दूध, वस्त्र, दही, पूजा की थाली, दीपक, घी, अगरबत्ती को भी शामिल करें।
पूजन विधि
सुबह उठकर स्नान करें और मंदिर साफ करें। कलश स्थापना के बाद दुर्गा माता का गंगाजल से अभिषेक करें। दुर्गा माता को अक्षत, लाल चंदन, चुनरी, सफेद और लाल पुष्प अर्पित करें। सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक कर फल, फूल और तिलक लगाएं। प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं। घर के मंदिर में धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं। दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें। फिर पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रख माता की आरती करें।