झारखंड वार्ता न्यूज़
रांची:- मुख्यमंत्री श्री चम्पई सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में महिला निर्भर नहीं बल्कि हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं। अब महिलाएं पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम हैं। हमारे देश में महिलाओं के अनगिनत प्रेरक उदाहरण हम सभी के बीच मौजूद हैं। समाज सुधार, राजनीति, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, विज्ञान व अनुसंधान, व्यवसाय, खेलकूद और सैन्य बलों सहित कई क्षेत्रों में हमारी महिला बहनों और बेटियों ने अमूल्य योगदान दिया है। झारखंड की हमारी परिश्रमी बहनें और बेटियां राज्य की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास में अहम योगदान दे रहे हैं। मैं आज इस मंच से यहां उपस्थित सभी महिला स्वयं सहायता समूह की दीदियों से अपील करना चाहता हूं कि आप अपनी प्रतिभा पहचाने और विश्वास के साथ आगे बढ़ें। हर कदम हर स्थिति में यह सरकार आपके साथ सदैव खड़ी रहेगी। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार जिस तरह आप दीदियों के साथ खड़ी थी, उसी तरह हम भी आपके हर दु:ख और सुख में साथ रहेंगे। आपके राज्य सरकार की ओर से किसी भी प्रकार से कोई कमी नहीं होने दी जाएगी यह मैं आज आप सभी को विश्वास देने आया हूं। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने आज मोरहाबादी मैदान में आयोजित “सखी मंडल की महिलाओं का राज्यस्तरीय एक्स्पोज़र एवं क्षमता संवर्धन शिविर-सह-महिला महासम्मेलन” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
समाज को बेहतर दिशा देने में लगी है हमारी एसएचजी ग्रुप की बहन-बेटियां
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि घर-परिवार के साथ-साथ समाज और राज्य को सही दिशा देने में हमारे एसएचजी ग्रुप की बहन-बेटियां निरंतर बेहतर कार्य कर रही हैं। आज के इस महिला महासम्मेलन में राज्य के लगभग 30 हजार सखी मंडल की महिलाएं भाग ले रही हैं। इसी तरह अन्य चारों प्रमंडल में भी राज्य की लगभग 45 हजार सखी मंडल की बहन-बेटियां इस कार्यक्रम से जुड़ी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा समाज महिलाओं के योगदान को महत्वपूर्ण स्थान देता है। महिलाओं के सम्मान और समाज में समानता के लिए यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि महिलाएं हमारे समाज की आधारशिला होती हैं और उनके योगदान के बिना हमारा समाज अधूरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में पूर्व मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा लगातार सखी मंडल के माध्यम से राज्य में विकास से जुड़ी योजनाओं को धरातल पर उतरा जा रहा है। साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 से लेकर अब तक करीब 1 लाख 40 हजार एसएचजी समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज के जरिए 8 हजार 247 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए। वहीं वर्ष 2019 से पहले यह राशि महज 642 करोड़ रुपए थी। महिला स्वयं सहायता ग्रुप के माध्यम से राज्य में छोटे-बड़े ग्रामीण उद्यमिता को भी जमकर बढ़ावा देने का कार्य हमारी सरकार निरंतर करती रही है।
33 हजार से ज्यादा महिलाओं को मिला फूलों झानों आशीर्वाद योजना का लाभ
मुख्यमंत्री श्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि ऐसे तो पिछले 4 वर्षों में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले महिला पुरुषों के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई गई हैं। फूलों झानों आशीर्वाद योजना भी एक महत्वपूर्ण योजना बनकर उभरी है। इस योजना के माध्यम से हड़िया-दारु के व्यवसाय से जुड़ी महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार से जोड़ा जा रहा है। चिन्हित महिलाओं को वैकल्पिक रोजगार के लिए 50 हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। राज्य में अब तक 33000 से ज्यादा महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया और सम्मानजनक जीवन की शुरुआत की है। महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। हमारी सरकार महिला सशक्तिकरण कर राज्य को विकसित राज्यों की श्रेणी में शामिल करने के लक्ष्य से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रामीण परिवारों को रोजगार के एक या एक से अधिक साधनों से जोड़कर उनकी आय में गुणात्मक बढ़ोतरी करने का प्रयास कर रही है। आमदनी बढ़ाने के लिए मजदूर एवं किसानों को खेती के साथ-साथ गैर कृषि साधनों से भी जोड़ा जा रहा है।
