गारू (लातेहार): गांधी जयंती के अवसर पर पलामू टाइगर रिजर्व के गारू पूर्वी वन क्षेत्र में वन विभाग के वन कर्मियो और स्कूली बच्चों ने मिलकर बाघ संरक्षण के लिए जागरूकता रैली निकाली। रैली का उद्देश्य बाघ और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना था। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय गारू और सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गारू के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी आवाज बुलंद की।
रैली की शुरुआत गारू पूर्वी वन परिसर से हुई, जो बाजार और देवी मंडप से गुजरते हुए पुनः वन परिसर में समाप्त हुई। रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने ‘बाघ वनों की शान है, इन्हें बचाना हमारा काम है’, ‘बाघ है तो जंगल है, जंगल है तो जीवन है’ जैसे नारे लगाए। बच्चों ने बाघ संरक्षण के संदेश देते हुए हाथों में पोस्टर और बैनर थाम रखे थे, जिनमें पर्यावरण और वन्यजीवों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता के संदेश लिखे हुए थे। रैली के समापन के मौके पर गारू पूर्वी वन क्षेत्र के रेंजर उमेश कुमार दुबे ने कहा, “वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा हम सभी का कर्तव्य है।
जंगलों का संरक्षण करके हम शुद्ध पर्यावरण और बेहतर जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि बाघों की घटती संख्या चिंता का विषय है, और हमें उनकी सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। वन रेंजर ने बच्चों को वन्यजीवों की रक्षा के महत्व को समझाते हुए पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर प्रभारी वनपाल रंजय कुमार, वनरक्षी आशीष कुमार, विपिन कुमार, रूपेश कुमार समेत कई वनकर्मी और स्थानीय लोग उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और इस प्रकार के जागरूकता अभियानों को जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम का समापन बाघ और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा की शपथ लेकर किया गया।