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DeepSeek AI Ban: चीन की तेजी से बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी DeepSeek AI पर कई देशों ने कड़ी कार्रवाई की है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इटली, ऑस्ट्रेलिया और ताइवान ने इस प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया है। उधर आयरलैंड, फ्रांस, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसे देशों के प्राइवेसी वॉच डॉग (privacy concerns) ने डीपसीक ऐप के डेटा कलक्शन के तरीकों पर चिंता जताई है। DeepSeek AI, जिसे OpenAI के ChatGPT से भी अधिक लोकप्रिय माना जा रहा था, अब सुरक्षा चिंताओं के चलते कई देशों में बैन हो चुका है। चीनी स्टार्टअप कंपनी DeepSeek AI पर यूजर्स का डेटा चीन भेजने का आरोप लगा है।

एक रिसर्च फर्म ने इस एआई चैटबॉट के लिंक चीन से जुड़े होने की बात कंफर्म की है। रिपोर्ट के मुताबिक, डीपसीक (DeepSeek) के कोड अमेरिका में बैन हो चुके चाइना मोबाइल के हैं। यह चीनी टेलीकॉम ऑपरेटर अमेरिका में 2019 से ही बैन है। रिसर्च फर्म ने दावा किया है कि डीपसीक एआई (DeepSeek AI) का यह कोड यूजर के लॉग-इन इंफॉर्मेशन को चाइना मोबाइल को भेजता है। रिसर्च फर्म ने वेब लॉग-इन के कोड की जांच करने पर यह जानकारी दी है। हालांकि, इसके मोबाइल ऐप को अभी फर्म ने एनालाइज नहीं किया है।

AP की रिपोर्ट के मुताबिक, डीपसीक (DeepSeek) में ऐसे कोड हैं जो यूजर्स के लॉग-इन जानकारी को चाइना मोबाइल को भेजते हैं। कनाडा बेस्ड रिसर्च फर्म Feroot सिक्योरिटी ने दावा किया है कि डीपसीक एआई का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है। कई और इंडिपेंडेंट एक्सपर्ट्स ने भी दावा किया है कि डीपसीक एआई (DeepSeek AI) यूजर्स के डेटा को चीन भेजता है।

डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान 2019 में अमेरिकी सरकार ने चाइना मोबाइल को बैन कर दिया था। इस चीनी टेलीकॉम ऑपरेटर पर राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के लिए खतरा बताते हुए प्रतिबंध लगाया गया था। हालांकि, सिक्योरिटी रिसर्च फर्म ने एआई टूल के कोड के बारे में ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की है।

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