---Advertisement---

सीटू और एआईकेएस 19 जनवरी को देशव्यापी “किसान मजदूर एकता दिवस” मनाएगी

On: January 18, 2025 3:14 PM
---Advertisement---

साकची बिरसा चौक पर नुक्कड़ नाटक होगा आयोजित

जमशेदपुर:आजादी के बाद , मजदूरों और किसानों के पहले संयुक्त कार्यक्रम की 43वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 19 जनवरी को पूरे देश के साथ झारखंड में भी सीटू और किसान सभा के सदस्यों ने “किसान मजदूर एकता दिवस” मनाएंगे ।

43 साल पहले 19 जनवरी, 1982 को मजदूर और किसान के मांगों के साथ दयनीय अस्तित्व में जी रहे जनता के सभी तबकों के जीवन और आजीविका सम्बंधित मांगों को लेकर, स्वतंत्र भारत के इतिहास में, पहली बार किसान और मजदूर एक दिन की देशव्यापी आम हड़ताल में शामिल हुए थे। उस दिन देश के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर ग्रामीण हड़ताल, सड़क-नाकाबंदी, प्रदर्शनों आदि के माध्यम से देश भर में किसानों और मजदूरों के सक्रिय लामबंदी हुई थी। इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर क्रूर पुलिस दमन और गोलीबारी किसानों और श्रमिकों के 10 मूल्यवान जीवन को छीन लिया था।

आज 43 साल बाद एक बार फिर किसान-मजदूर, आम जनता के जीवन और आजीविका पर गंभीर हमलों के खिलाफ संघर्ष के रास्ते पर हैं। मोदी सरकार का तीसरा कार्यकाल में उनकी नीतियों की मूल दिशा में कोई बदलाव नहीं आया है। एनडीए सरकार द्वारा उठाए जा रहे आर्थिक कदम इस बात की पुष्टि करते हैं कि वह कॉरपोरेट समर्थक, नव-उदारवादी नीतियों को और तेजी से आगे बढ़ाएगी । एक ओर केंद्र सरकार चार श्रम संहिताओं के क्रियान्वयन को अधिसूचित करने पर आमादा है, जो पिछले चार वर्षों से ट्रेड यूनियनों के तीव्र प्रतिरोध के कारण रुके हुए हैं , दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा को कॉर्पोरेट अनुकूल नई राष्ट्रीय कृषि विपणन नीति (एनएएमपी) का विरोध करने के लिए फिर से संघर्ष तेज करना पड़ रहा है। केन्द्र सरकार की कॉर्पोरेट पक्षपातपूर्ण नीति ने कॉर्पोरेट प्रमुखों को इस हद तक प्रोत्साहित किया है कि वे देश के कानून की अवहेलना करते हुए श्रमिकों से 70 घंटे से 90 घंटे काम मांगने का दुस्साहस कर रहे हैं।

इसके अलावा ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों ने आगामी बजट पर वित्त मंत्री के सामने अपनी मांगें रखी हैं, जिनमें ,-

आवश्यक वस्तुओं को जीएसटी मुक्त करना , खाद्य पदार्थों की सट्टेबाजी, वायदा कारोबार और जमाखोरी पर रोक, सार्वभौमिक सार्वजनिक वितरण प्रणाली का प्रावधान, पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क के लूट पर रोक , मध्यम वर्ग वेतनभोगियों को आयकर में राहत तथा कॉर्पोरेट और अति धनवानों पर अधिक कर लगाना; सरकार के विभागों में सभी मौजूदा रिक्तियों को तत्काल भरना ; अग्निवीर जैसी निश्चित अवधि की नियुक्ति को बंद करना , समान काम के लिए समान वेतन, स्थायी नौकरी प्रकृति में ठेकाकरण प्रथा रोकना, कॉरपोरेट्स को दिए जा रहे सभी राहतों को रोजगार सृजन से जोड़ाना, मनरेगा के लिए आवंटन बढ़ाया जाना, शहरी क्षेत्रों में रोजगार गारंटी स्कीम लागू करना, एनपीपी, एमडीओ, राजस्व साझाकरण मॉडल, विनिवेश, आउटसोर्सिंग आदि के माध्यम से सार्वजनिक संगठनों के निजीकरण , सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की लूट और प्रमुख रणनीतिक क्षेत्रों के निजीकरण कदमों पर रोक लगाना; कृषिउपज के गारंटीकृत खरीद के साथ वैधानिक न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करना, कृषि मजदूर , बटाईदारों को किसान सम्मान योजना और फसल बीमा योजना सुविधा , पुरानी पेंशन योजना की सुविधाएं बहाल करना, भविष्य निधि, ईएसआई, ग्रेच्युटी, बोनस, पेंशन की अधिकतम सीमा बढ़ाना, आईसीडीएस जैसे योजनाओं के लिए पर्याप्त बजट आवंटन और सभी स्कीम वर्कर और अनुबन्ध कर्मियों को वैधानिक अधिकारों के साथ सरकारी कर्मचारी का दर्जा सुनिश्चित करना , असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, कृषि श्रमिकों और गिग वर्कर के लिए एक केंद्रीय सामाजिक सुरक्षा कोष की स्थापना करना तथा बीड़ी श्रमिकों और प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए निधि प्रदान करना – जैसे मांगें शामिल हैं।

19 जनवरी को “किसान मजदूर एकता दिवस के अवसर पर पूरे राज्यों में इन मांगों को उठाया जाएगा और मजदूर विरोधी कॉरपोरेट्स के पुतले फूंके जाएंगे। इस अवसर पर जमशेदपुर में 19 जनवरी को बिरसा चौक, साकची में सुबह 11 बजे से नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जाएगा।

उक्त जानकारी संजय कुमार – सीटू कोल्हान कमेटी एवं लोटन दास- किसान सभा, पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी ने दी।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

Join WhatsApp

Join Now

और पढ़ें

रांची: पारस हॉस्पिटल ने किया करिश्मा, मल्टी-ऑर्गन फेल्योर से जूझ रहे मरीज की बचाई जान

पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा के बीच थे संबंध : बाबूलाल मरांडी

एमजीएम अस्पताल का सी आर्म मशीन खराब,ऑपरेशन के इंतजार में तड़प रहे हैं मरीज,DC करें हस्तक्षेप: विकास सिंह

पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में मुख्य योग शिक्षक का प्रशिक्षण संपन्न,जमशेदपुर के योग शिक्षकों को स्वामी रामदेव ने किया सम्मानित

रांची: राज्यस्तरीय पुरुष नसबंदी अभियान की शुरुआत, स्वास्थ्य मंत्री ने जागरुकता रथ को दिखाई हरी झंडी

अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द, दिल्ली ब्लास्ट के बाद AIU का बड़ा एक्शन