गढ़वा: भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झामुमो सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि झारखंड के इतिहास में हेमंत सोरेन पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं, जिनके कार्यकाल में किसी विभाग के पास पर्याप्त फंड नहीं है। उनके अनुसार, स्कूलों के बच्चों को स्वेटर नहीं मिले और गरीब बुजुर्गों के बीच कंबल का वितरण भी अब तक नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का वेतन भी समय पर नहीं मिल रहा है और ठेकेदारों का बकाया भुगतान अटका हुआ है। अधिकारी और पदाधिकारी फंड की कमी को लेकर बार-बार सरकार की आलोचना कर रहे हैं। चौबे ने कहा कि व्यवसायी, कर्मचारी और गरीब – सभी त्राहिमाम कर रहे हैं, और वृद्धा, विधवा तथा विकलांगों की पेंशन भी नहीं मिल रही।
रितेश चौबे ने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे हेमंत सरकार के मंत्री खुले तौर पर मान रहे हैं कि सरकार के पास पैसा नहीं है, जिससे जनता की चिंता कोई नहीं कर रहा। स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं चौपट हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री अपनी व्यक्तिगत रुचियों में लगे हुए हैं, जबकि जनता को पूरी तरह उपेक्षित किया गया है। चौबे ने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा देने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो भाजपा सड़क से लेकर सदन तक जनता के साथ आंदोलन करने को बाध्य होगी।
नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें सीएम हेमंत : भाजपा












