CM हेमंत का आवास और आवासीय कार्यालय बदलेगा होगा यहां शिफ्ट!
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आवास और आवासीय कार्यालय दूसरी जगह शिफ्ट होने वाला है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रांची कांके रोड स्थित आवास संख्या 5 में उन्हें शिफ्ट किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भवन निर्माण विभाग के इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री सह भवन निर्माण मंत्री का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद विभागीय अवर सचिव घरशोभित पंडित ने बुधवार को आदेश जारी कर दिया।
आदेश के मुताबिक मुख्यमंत्री के वर्तमान आवासीय कार्यालय परिसर का पुनर्निर्मण किया जाना है। ऐसे में जब तक पुननिर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता, मुख्यमंत्री आवास कांके रोड स्थित आवास संख्या 05 में ही रहेगा। इसे लेकर भवन प्रमंडल-01 के कार्यपालक अभियंता ने विभाग को 10 दिसंबर को सूचित कर दिया था। साथ ही आवास संख्या 05 को मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय के रूप में आवंटित करने का सुझाव दिया है। कार्यपालक अभियंता ने यह भी कहा है कि भवन निर्माण विभाग द्वारा अधिसूचित सरकारी आवास आवंटन किराया वसूली और बेदखली नियमावली के आलोक में उक्त भवन की आवंटन अवधि भी समाप्त हो चुकी है।
अभी यहां सुदेश महतो रह रहे हैं
कांके रोड स्थित इस आवास में अभी आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो रहते हैं। ऐसे में सुदेश को यह आवास खाली करना पड़ेगा। कांके रोड में आवास संख्या 05 (पूर्व मुख्य सचिव आवास) मुख्यमंत्री आवास के नजदीक है, जिसे भवन निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री का सरकारी आवास घोषित कर दिया है।
यह भी जानिए: सीएम ने पीएम को लिखा पत्र, मांगा 1.36 लाख करोड़
झारखंड का कोयला कंपनियों पर बकाया एक लाख 36 हजार करोड़ को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। बकाया राशि को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी को भी खुला पत्र लिखकर पैसों की मांग की है। साथ ही पैसों को झारखंड के विकास के लिए जरूरी बताया।
मुख्यमंत्री ने पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी के एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि हम झारखंडियों की मांग हवा हवाई नहीं है। यह हमारे हक का पैसा है। झारखंडी हकों का विरोध वाकई दुखद है। भाजपा को घेरते हुए उन्होंने लिखा, जब झारखंडी हितों में सभी को पूरी ताकत के साथ लगना चाहिए, तब भाजपा विरोध में खड़ी है। पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा कि हम अपना हक लेकर रहेंगे, क्योंकि यह पैसा हर झारखंडवासी का है। सीएम ने लिखा है कि यह पैसा झारखंड की मंईयां, युवाओं, वृद्ध, आदिवासी, मूलवासी, दलित, अल्पसंख्यकों, विस्थापितों के विकास से जुड़ा है।
- Advertisement -