कामरेड अंगद सिंह मुंडा का माकपा एवं किसान सभा के योगदान एवं संघर्षों को सदैव याद रखा जाएगा – सुफल महतो
सोनाहातू :- वरिष्ठ माकपा सह किसान नेता कामरेड अंगद सिंह मुंडा (81) वर्ष के निधन की खबर से सोनाहातु में शोक की लहर फ़ैल गया, माकपा एवं झारखंड राज्य किसान सभा ने दिया श्रद्धांजलि। उनके शवयात्रा एवं दाह-संस्कार में भाग लेने पहुंचे झारखंड राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष सुफल महतो ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कामरेड अंगद सिंह मुंडा 24 वर्ष के उम्र में लाल झंडा में शामिल हो कर पूरा जीवन किसान – मजदूरों के लिए संघर्षरत रहे, पांच परगना क्षेत्र में चल रहे लाल झंडा – सफेद झंडा के संघर्षों में अडिग होकर लाल झंडा का नेतृत्व किया,सोनाहातु पूर्वी में जिंदल आन्दोलन तथा तीनों कृषि कानून के खिलाफ किसान आन्दोलन में बढ़ चढ़ कर नेतृत्व किए। अदम्य साहस एवं ईमानदारी के कारण माकपा एवं किसान सभा के नेता उनके कायल थे। बंगाल के बॉर्डर में पैतृक गांव बोगादर दुलमी होने के कारण बंगाल में वामपंथी सरकार से वे काफी प्रभावित हुए और किसान – मजदूरों, आदिवासियों के लिए निरंतर काम करते रहे। सोनाहातु पूर्वी क्षेत्र के संस्थापक सदस्य के रूप में पार्टी एवं किसान सभा के प्रति उनके योगदान एवं संघर्षों को सदैव याद रखा जाएगा। इसके अलावे श्रद्धांजलि देने पहुंचे माकपा जिला कमिटी सदस्य उमेश महतो, राज्य किसान कौंसिल सदस्य निलकांत सिंह मुंडा, जिला कौंसिल सदस्य हरिश्चंद्र प्रमाणिक, लोकल कमिटी सदस्य रामप्रसाद पातर,घासीराम महतो, नौजवान सभा के जिला अध्यक्ष विकास मुंडा, रबिंद्रनाथ मुंडा, परमानंद मुंडा, आदित्य सिंह मुंडा सहित काफी संख्या में शवयात्रा एवं दाह-संस्कार में भाग ले कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।







