जमशेदपुर:एमजीएम हादसे में डेविड की मौत,10 वर्षों से परिजनों ने नहीं ली सुध,मुआवजे का ऐलान होते ही डेड बॉडी लेने पहुंचे फिर!
निस्वार्थ सेवा कर रहे सफाई कर्मियों का हंगामा, अंतिम संस्कार भी करेंगे!
जमशेदपुर: चलने फिरने में अक्षम डेविड 10 वर्षों से एमजीएम अस्पताल में पड़ा हुआ था उसके परिजन सुध नहीं ले रहे थे और कल छज्जा गिरने से उसमें दब कर डेविड की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया। इस बात की खबर मिलते ही रविवार की सुबह डेविड के परिवार वाले डेड बॉडी लेने के लिए पहुंच गए जो कि पहले उसकी सुध नहीं ले रहे थे। इस बात की खबर मिलते ही एमजीएम अस्पताल के सफाई कर्मियों ने हंगामा कर दिया।
उनका कहना था कि जब 10 वर्षों से परिवार वालों ने उसकी सुध नहीं ली और सफाई करने निस्वार्थ सेवा भाव से उसकी सेवा किया करते थे। ऐसे में उसका अंतिम संस्कार भी परिवार बनकर करेंगे।
उनका कहना था कि 10 वर्षों में उसके परिवार के कोई सदस्य उसे एक बार भी देखने नहीं आया। अब मुआवजा का ऐलान होते ही डेड बॉडी लेने पहुंचे हैं।
सफाई कर्मियों का कहना है कि उन्हें मुआवजा भी नहीं चाहिए लेकिन अंतिम संस्कार वहीं करेंगे। डेविड का शव परिवार वालों को नहीं देंगे।
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