गढ़वा: उपायुक्त गढ़वा, शेखर जमुआर की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभागार में कनहर परियोजना के संबंध में बैठक आहूत की गई। सोन कनहर अन्डरग्राउंड पाइपलाइन परियोजना अंतर्गत जल संसाधन विभाग द्वारा अधिग्रहित भूमि, जो ग्राम खैरा, टोटकी एवं सिंजों, पंचायत मदगड़ी (च) अंतर्गत है, उसमें L&T द्वारा अन्डरग्राउंड पाइपलाइन बिछाये जाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके कारण जल संसाधन विभाग को वर्णित ग्रामों की भूमि क्षतिपूरक वनरोपण हेतु वन विभाग, गढ़वा को दिया जायेगा। परन्तु उक्त कार्य हेतु उपरोक्त गांव के लोगों द्वारा कार्य योजना में कुछ गतिरोध उत्पन्न किये जा रहे हैं।
कनहर परियोजना से संबंधित उक्त बैठक में अपर समाहर्ता, गढ़वा, उप निदेशक, पलामू टाईगर रिजर्व, मेदिनीनगर पलामू, अनुमण्डल पदाधिकारी, रंका, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, रंका, कार्यपालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, मेदिनीनगर पलामू, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, भण्डरिया, अंचल अधिकारी, भण्डरिया, अंचल निरीक्षक, भण्डरिया, परियोजना सहायक एल एंड टी एवं सम्बंधित क्षेत्र के मुखियागण उपस्थित थे।
बैठक के दौरान योजना कार्य पूर्ण करने में आ रहे गतिरोध के कारणों से उपायुक्त श्री जमुआर को अवगत कराया गया। उपरोक्त ग्रामों के ग्रामीणों द्वारा एल एंड टी कम्पनी द्वारा मापी के क्रम में विरोध किया जा रहा है, जिसमें ग्रामीणों द्वारा उपरोक्त जमीन पर अपनी खेती-बाड़ी करने की बात कही जा रही है एवं पौधारोपण के कार्य करने से रोका जा रहा है। परन्तु वास्तव में उपरोक्त जमीन जल संसाधन विभाग का है, जिसे विभाग द्वारा पूर्व में ही अधिग्रहित किया जा चुका है। एल एंड टी के परियोजना सहायक द्वारा बताया गया कि इस कार्य में ग्राम खैरा, टोटकी एवं सिंजो के ग्रामीणों द्वारा प्राथमिक सर्वे अंतर्गत मापी करने में बाधा उत्पन्न किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 1973 में मंडल डैम के निर्माण के समय ही उक्त भूमि को जल संसाधन विभाग द्वारा अधिग्रहित किया जा चुका है, जिसपर कनहर सोन अंडरग्राउंड पाइपलाइन परियोजना अंतर्गत क्षतिपूरक वनरोपण का कार्य किया जाना है। इस कार्य में आवश्यक सहयोग हेतु संबंधित ग्राम के मुखिया को उपायुक्त श्री जमुआर द्वारा निर्देशित किया गया कि वहां के ग्रामीणों को क्षतिपूरक वनरोपण हेतु वास्तविक स्थिति को समझायें कि वर्णित भूमि पूर्व में ही जल संसाधन विभाग द्वारा अधिग्रहित है, इस पर कोई कंस्ट्रक्शन कार्य नहीं किया जाना है, सिर्फ वनरोपण का कार्य किया जायेगा।
उपायुक्त श्री जमुआर द्वारा निर्देशित किया गया कि सोन कनहर अंडरग्राउड पाइपलाइन परियोजना अंतर्गत क्षतिपूरक वनरोपण के लिए अनुमंडल पदाधिकारी, रंका, अंचल अधिकारी, भण्डरिया, अंचल निरीक्षक, भण्डरिया, संबंधित मौजा के राजस्व उप निरीक्षक एवं मुखिया तथा वन विभाग के सक्षम पदाधिकारी एवं एल एंड टी के परियोजना सहायक आदि द्वारा भी संबंधित स्थल का दौरा कर वहां के ग्रामीणों को वास्तविक वस्तुस्थिति से अवगत कराएं। ग्रामीणों के बीच संवाद स्थापित करें और कार्य में आने वाले बाधा को दूर करें।