रमना (गढ़वा): रमना प्रखंड के मजदूरों की मौत दूसरे राज्यों में लगातार हो रही है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस क्षेत्र से पलायन मजदूरों के लिए अभिशाप बन गया हैं। गत वर्ष पूर्व ही सिलिदाग पंचायत के करीमन टोला के जयराम की मृत्यु दूसरे राज्य में मजदूरी करने के क्रम में हो गया था। इस पीड़ा से लोग उबर भी नहीं पाए थे कि सोमवार को इसी पंचायत और इसी टोला के स्वर्गीय करीमन राम का नाती 24 वर्षीय विकलेश कुमार की मौत की खबर से दिवाली-छठ त्यौहार की खुशी मातम में बदल गयी। इस घटना की चर्चा पूरे पंचायत में हो रही है।
जानकारी अनुसार विकलेश कुमार पिता मनी राम का तृतये पुत्र गत माह पूर्व गांव के ठेकेदार के साथ मजदूरी करने आंध्रप्रदेश के चितूर जिला अंतर्गत कुप्पम में गया था, जहां करीब एक माह मजदूरी किया, लेकिन गत 27 अक्टूबर को कुप्पम से बंगलुरु अपने रिश्तेदार के पास मजदूरी करने के लिए निकला, जिसके अगले ही दिन रेलवे पुलिस के द्वारा ठेकेदार को सूचना मिली की उक्त युवक की मृत्यु कर्नाटक के भंगारपेट रेलवे स्टेशन क्षेत्र में हो गयी है। जिसका मृत शरीर रेलवे ट्रैक पर मिला है।
इस घटना की सूचना परिजनों को मिली, जिस पर परिजनों का कहना है कि मेरे पुत्र की मौत ट्रेन से कटकर या गिरकर नहीं हुयी है बल्कि उसकी हत्या कर ट्रैक पर फेंक दिया गया है।
युवक काम करने आंध्रा में गया था और शव कर्नाटक में मिला है। परिजनों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है, जिस कारण मृतक के शव लाने के लिए भी पैसे नहीं है। इस सम्बन्ध में श्रम अधीक्षक संजय आनंद ने बताया की मृतक का शव आ रहा है इसकी सूचना मिली है।