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मझिआंव (गढ़वा): प्रखंड क्षेत्र के पुरहे गांव स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार सिंह पर बच्चों से मारपीट करने का आरोप अभिभावकों ने लगाया है। खबर पाते ही अभिभावक एवं ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में हंगामा किया। जानकारी होने के बाद शिक्षा विभाग के डीएससी अनुराग मिंज एवं सीओ प्रमोद कुमार पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे। इसके बाद अधिकारियों ने विद्यालय कार्यालय कक्ष में बैठकर डिफॉल्टर प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार सिंह व अन्य लोगों से घटना के बारे में जानकारी प्राप्त किया गया।

मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अधिकारियों के समक्ष अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि बच्चों को दो-तीन थप्पड़ लगाए थे। संबंधित विभाग के अधिकारी द्वारा प्रधानाध्यापक का बयान लेते हुए दर्ज किया गया। इधर वर्ग 4 के पीड़ित छात्र आनंद कुमार ठाकुर के पिता रघुनाथ ठाकुर व वर्ग 4 के पीड़ित छात्र सीता राम यादव के पिता वीरेंद्र यादव ने बताया कि हम लोगों के बच्चे को सहायक शिक्षक सह प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा बेरहमी से पिटा गया है। इन्हें दंडित करते हुए यहां से तत्काल स्थानांतरण करने की मांग अधिकारियों के समक्ष रखा।

अधिकारियों ने ग्रामीणों की उग्र भावना को देखते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार सिंह को अपने विभागीय सुरक्षा कवच में लेकर मझिआंव बीआरसी कार्यालय पहुंचे हुए थे। जहां पर अधिकारियों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा दिए गए बयान के आधार पर हर एक बिंदु पर पूछताछ किया गया। दोनों पीड़ित छात्रों को मझिआंव सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र में लाकर उपचार करवाया गया। उपचार पुरहे पंचायत के मुखिया शंभू पासवान के देख रेखा में किया गया। बताते चले कि विद्यालय में कुल 451 नामांकित बच्चे हैं। जिसमें केवल चार शिक्षक के कंधे पर ही पढ़ाई लिखाई का बागडोर रखा गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा कि विद्यालय की सारी विधि व्यवस्था को दुरुस्त कराई जाएगी। इधर इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय के पीछे सटे पुआल के ढेर में कुछ विद्यालय के सामग्री किसी बच्चे द्वारा फेंक दिया गया था। अन्य बच्चों द्वारा जानकारी मिलने पर मैं वहां गया। इसके बाद विद्यालय के कुछ छात्र से जानकारी प्राप्त किया और कहा कि किसने यह हरकत की है। इसके बाद बच्चों द्वारा छात्र का नाम बताया गया। इसके बाद दो-तीन थप्पड़ लगाकर सामग्रियों को विद्यालय में वापस लाने को कहा गया।

उन्होंने अधिकारियों के समक्ष कहा कि अब मैं भविष्य में किसी भी स्कूली विद्यार्थियों को नहीं मारेंगे। इधर सीओ प्रमोद कुमार ने कहा कि शिक्षक तो कानून के हांथ में लिया ही है। लेकिन आप लोग कानून के हाथ में न लें। दोषी शिक्षक को दंडित किया जाएगा। आप लोगों को न्याय मिलेगा। जबकि दूसरी ओर शिक्षा विभाग के डीएससी अनुराग मिंज ने कहा कि घटना की जांच की गई है और अभी जारी है। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा ही नहीं बल्कि यकीन दिलाते हुए कहा है कि जच्चोउपरांत दोषी पाए जाने पर शिक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई जरूर कराई जाएगी। ऐसे उन्होंने विद्यालय से तत्काल प्रभाव से सहायक शिक्षक सत्येंद्र कुमार सिंह को हटवाने का संकेत दे दिया है।